रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वर्षाकाल में होने वाली बीमारियां यथा उल्टी दस्त, डायरिया, मलेरिया, बुखार आदि की दवाएं दूरस्थ जिलों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ग्रामीणों को होने वाली परेशानी को देखते हुए रवाना कर दी गई है। स्वास्थ विभाग की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य मंत्री के मार्गदर्शन में दवाओं का पर्याप्त भंडार स्वास्थ्य केंद्रों में पहुंच चुका है कोरोना वायरस कोविड 19 सहित अन्य बीमारियों के इलाज के लिए उन्होंने आदिवासी बहुल जिले में बस्तर कोंडागांव, सुकमा, नारायणपुर, अंबिकापुर, बलरामपुर, जशपुर, राजनांदगांव, अंबागढ़ चौकी सहित अन्य आदिवासी स्वास्थ्य केंद्रों में तबियत बिगडऩे पर आम नागरिकों से तत्काल निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्रों में पहुंचकर इलाज कराने की अपील की है। ज्ञातव्य है कि छत्तीसगढ़ शासन के पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा बिना पुल वाली नदियों में भी टीकाकरण कार्यक्रम के तहत कोविड के टीके लगाने के लिए नाव में बैठकर नदी पार के गांवों में भी आम ग्रामीणों को शासन की स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ दिया गया है वहीं प्रदेश के अनेक जिलों में ऐसे बिना पुल वाले नदी नाले है जहां पर भीषण वर्षा के चलते आम ग्रामीणों का नदी पार कर स्वास्थ्य केंद्रों में पहुंचना मुश्किल होता है। डॉ. शुक्ला ने स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ पैरामेडिकल स्टाफ एएनएम जीएनएम, कंपाउडर एवं अन्य कर्मचारियों द्वारा नाव में जाकर प्रत्येक ग्रामीण को इलाज उपलब्ध कराने के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए स्वास्थ्य कर्मियों की हौसलाअफजाई की है।