पूछा-कहां हैं एक हजार मोहल्ला क्लीनिक
नईदिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने गुरुवार को सोशल मीडिया के माध्यम से दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने ट्विटर पर मुख्यमंत्री केजरीवाल के बयानों का ही एक वीडियो जारी करते हुए कहा लिखा, केजरीवाल जी, आपने हर साल एक हजार मोहल्ला क्लीनिक खोलने का वादा किया। एक हजार क्लीनिक खोलना तो दूर, जो कुछ खुले भी, उनमें न दवाएं हैं, न सुविधाएं।
मुख्यमंत्री केजरीवाल पर नड्डा ने ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा, आप की ओछी राजनीति ने दिल्ली के गरीबों को सालाना पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज देने वाली मोदी जी की आयुष्मान भारत योजना से भी वंचित रखा।
नड्डा द्वारा जारी किए गए वीडियो में केजरीवाल यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि हर साल इस प्रकार के एक हजार मोहल्ला क्लीनिक बनाए जाएंगे। इसमें 2015 से 2019 के उनके इस बाबत दिए गए सभी बयानों को दिखाया गया है। जिसमें उन्हें हर साल एक ही बात, दिल्लीवासियों के लिए एक हजार क्लीनिक को दोहराते हुए देखा जा सकता है। जारी किए गए वीडियो में कुछ नागरिकों के बयान भी शामिल हैं, जिसमें लोगों ने मोहल्ला क्लीनिक के बड़े-बड़े दावों को खारिज करते हुए कहा, इतने क्लीनिक नहीं हैं और जो हैं भी तो उनकी हालत बेहद खराब है।
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा हर दिन केजरीवाल सरकार पर ट्विटर के माध्यम से आरोप लगा रहे हैं। हालांकि, गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ पार्टी के सभी स्टार प्रचारक मोहल्ला क्लिनिक को मुद्दा बनाते रहे हैं। केजरीवाल सरकार को घेरने के लिए भाजपा की रणनीति के अनुसार पार्टी ने 10 मुद्दे चुने हैं। इसमें मुख्य तौर पर राजधानी में शिक्षा एवं स्वास्थ्य, सड़क एवं मेट्रो और अनाधिकृत कॉलोनियों का मुद्दा शामिल है।
उल्लेखनीय है कि भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने बुधवार को महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाया था। नड्डा ने ट्विटर के जरिए अरविंद केजरीवाल पर आप नेता सोनी मिश्रा को लेकर संवेदनहीन बयानबाजी करने का आरोप लगाया था और पूछा था कि ऐसे में दिल्ली में महिलाएं कैसे सुरक्षित रह सकती हैं? वहीं, नड्डा ने मंगलवार को दिल्ली की आप सरकार पर बस यात्रियों की जिंदगी मुश्किल बनाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पांच हजार नई बसों का वादा किया था, लेकिन बसों की संख्या एक हजार से अधिक घट गई।