बिलासपुर। कोरोना की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पहले चर्चा करने की बात कहने के बाद वर्चुअल बैठक में शामिल होने से इंकार करने वाले भाजपा नेताओं को कांग्रेस नेता जिला महामंत्री गौरव अग्रवाल ने कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने सवाल किया कि आखिर कोरोना के नाम पर मुख्यमंत्री से मिलकर अकेले में भाजपाई क्या चर्चा करना चाहते हैं.कांग्रेस के नेता गौरव अग्रवाल ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि एक तरफ तो भारतीय जनता पार्टी के नेता कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा करना चाहते हैं, वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री की सहमति जताने और वर्चुअल बैठक के माध्यम से करने के प्रस्ताव को ठुकरा देते हैं. उन्होंने कहा कि आखिर भाजपा के चुनिंदा नेता, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और दूसरे वरिष्ठ नेता शामिल नहीं हैं, ऐसी कौन सी गोपनीय बातें मुख्यमंत्री से मिलकर अकेले में ही करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय और नेता प्रतिपक्ष धर्म लाल कौशिक को खुलकर यह बात सार्वजनिक करना चाहिए कि वह मुख्यमंत्री से मिलकर कौन सी गोपनीय बात करना चाहते हैं, जिससे प्रदेश की जनता भी जान सके कि सच क्या है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में अगर कोरोनावायरस को लेकर थोड़ी भी चिंता होती तो वर्चुअल बैठक करने में क्या परेशानी थी. जब देश के प्रधानमंत्री सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक नहीं अनेकों बार वर्चुअल बैठक करते हों तो फिर राज्य के भाजपा नेताओं को इससे तकलीफ कैसी. कहीं ऐसा तो नहीं कि भाजपा के अंदर खाने में उपजी गुटबाजी ही इस बैठक से पीछे हटने की मूल वजह रही हो. उन्होंने कहा कि आज जब पूरी दुनिया और देश में कोरोना से निपटने की मोदी सरकार की असफलता की चर्चा जोरों पर है, भाजपा का यह सोचा समझा राजनीतिक कदम मोदी सरकार की
विफलता से ध्यान हटाने का कोई प्रयास रहा हो. जो भी हो भाजपा नेताओं को सच खुल कर प्रदेश की जनता को बताना चाहिए.