आरवीएनएल पर स्टॉक एक्सचेंज ने लगाया जुर्माना, कंपनी के शेयरों में तेजी जारी
नई दिल्ली
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने भारत सरकार की कंपनी रेल विकास निगम (आरवीएनएल) पर नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में 10.84 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। आरोप है कि जुलाई से सितंबर की तिमाही के दौरान कंपनी के बोर्ड में पर्याप्त संख्या में इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स नहीं थे।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक एनएसई और बीएसई ने रेगुलेशन 17(1) का पालन नहीं करने के कारण कंपनी पर ये जुर्माना लगाया है। इसके तहत नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने आरवीएनएल पर अलग-अलग 5,42,800 रुपये की पेनाल्टी ठोकी है। आरवीएनएल ने भी इस संबंध में स्वीकार किया है कि जुलाई से सितंबर की तिमाही में कंपनी के बोर्ड में पर्याप्त संख्या में स्वतंत्र निदेशक यानी इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स नहीं थे। लेकिन कंपनी की ओर से ये भी स्पष्ट किया गया है कि इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स की नियुक्ति में उसकी कोई भूमिका नहीं होती, बल्कि इन स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति भारत सरकार रेल मंत्रालय के जरिए करती है। आरवीएनएल ने एक बयान जारी कर साफ किया है कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की ओर से उस पर लगाए गए पेनाल्टी की वजह से उसकी कारोबारी, आर्थिक या अन्य गतिविधियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि स्टॉक एक्सचेंज द्वारा आरवीएनएल पर जुर्माना लगाए जाने के बावजूद कंपनी के शेयर आज दिन के पहले सत्र में मामूली बढ़त के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे। ये शेयर आज 166.95 रुपये के स्तर पर खुला और खरीदारी के सपोर्ट से 168.50 रुपये के स्तर तक पहुंच गया। हालांकि इसके बाद इसमें मामूली गिरावट भी आई। इसके बावजूद दोपहर 12 बजे कंपनी के शेयर 40 पैसे की मजबूती के साथ 167.20 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहे थे।
एलएंडटी फाइनेंस ने एडीबी से किया करार, ग्रामीण इलाकों में करेगी फंडिंग
नई दिल्ली
रूरल और सेमी अर्बन इलाकों में गरीब महिलाओं, किसानों और मध्यम श्रेणी के उद्योगों की जरूरत को पूरा करने के लिए एलएंडटी फाइनेंस ने एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। समझौते के तहत कंपनी को एशियाई विकास बैंक की ओर से दीर्घकालिक ऋण के रूप में 12.50 करोड़ डॉलर की राशि प्राप्त होगी।
एलएंडटी फाइनेंस की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक एशियाई विकास बैंक से मिलने वाले इस कर्ज की 40 प्रतिशत राशि का इस्तेमाल गरीब महिलाओं की वित्तीय जरूरत को पूरा करने में किया जाएगा। इसके अलावा शेष बची 60 प्रतिशत राशि का उपयोग कमजोर वर्ग के किसानों को उधार देने और एमएसएमई की जरूरत को पूरा करने में किया जाएगा।
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि एशियाई विकास बैंक की ओर से मिलने वाले 12.50 करोड़ डॉलर के दीर्घकालिक कर्ज के अलावा कंपनी के दूसरे डवलपमेंट पार्टनर से भी उसे इतनी ही राशि मिलेगी। इस तरह कंपनी ग्रामीण और अर्द्ध शहरी इलाकों की गरीब महिलाओं, किसानों और एमएसएमई की वित्तीय जरूरत को पूरा करने में सक्षम हो सकेगी।
एलएंडटी फाइनेंस के बयान में कहा गया है कि एशियाई विकास बैंक से मिलने वाला दीर्घकालिक कर्ज कंपनी के सामाजिक जिम्मेदारी निभाने के मूल सिद्धांतों के लिए काफी मददगार होगा। इससे देश के ग्रामीण इलाकों और शहरी इलाकों के बीच की वित्तीय खाई को पाटने में काफी मदद मिलेगी। इसके साथ ही देश में समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की कोशिशें को बल मिल सकेगा। एलएंडटी फाइनेंस एशियाई विकास बैंक और अपने डवलपमेंट पार्टनर से मिले पैसे का इस्तेमाल रूरल और सेमी अर्बन इलाकों में माइक्रो लोन देने के साथ ही कृषि उपकरण ऋण देने में भी करेगी।
एएसएपी केरल ने जर्मनी की कंपनी डीस्पेस के साथ की साझेदारी
तिरुवनंतपुरम
उच्च शिक्षा विभाग के अधीन राज्य द्वारा संचालित कौशल विकास एजेंसी एएसएपी केरल ने कुशल युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए जर्मनी स्थित मेक्ट्रोनिक्स सिस्टम सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी की प्रमुख कंपनी डीस्पेस के साथ रणनीतिक साझेदारी की है।
जर्मनी की कंपनी ने हाल ही में कजाकुट्टम के किन्फ्रा पार्क में अपने भारतीय परिचालन का उद्घाटन किया था।
उच्च शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव इशिता रॉय के कार्यालय में आयोजित एक विशेष समारोह में एएसएपी केरल की प्रमुख एवं प्रबंध निदेशक (एमडी) उषा टाइटस और डीस्पेस के प्रबंध निदेशक फ्रैंकलिन जॉर्ज के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। रॉय ने कहा, ‘‘डीस्पेस के साथ सहयोग केरल के युवाओं के लिए बेहतर नौकरी के अवसर प्रदान करने में काफी मददगार साबित होगा।’’