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वेबीनार में दूर की गयी टीकाकरण, मानसिक स्वास्थ्य एवं कोरोना महामारी से संबंधित भ्रांतिया

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रायपुर। फुलवारी शिक्षण एवं युवा कल्याण समिति, अर्क वियत फाउंडेशन एवं गुरुकुल महिला महाविद्यालय की संयुक्त तत्वाधान में मानसिक स्वास्थ्य के प्रबंधन पर ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया गया। जिसमें स्पीकर के रूप में प्रोफेसर डॉक्टर करण पिपरे जी एमबीबीएस, एमडी, डीआरएम , पूर्व अधीक्षक एम्स रायपुर एवं वर्तमान विभाग अध्यक्ष न्यूक्लियर मेडिसिन महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज जयपुर राजस्थान के साथ सत्यपाल सिंह राजपूत जो कि सीनियर जर्नलिस्ट कोविड-19 के दौरान मेंटल हेल्थ को स्वस्थ रखने के साथ स्वास्थ संबंधी उपयोगी जानकारी पर बातचीत की गई । डॉक्टर पिपरे ने मानसिक स्वास्थ्य को समझाते हुए कहा कि यह सलामती की स्थिति है जिसमें किसी व्यक्ति को अपनी क्षमताओं का एहसास रहता है । वह जीवन के सामान्य तनाव का सामना कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि आप अपनी सकारात्मक सोच से अपनी मानसिक तनाव को कम कर सकते हैं। आप जैसा सोचोगे वैसा पाओगे । उन्होंने कहा कि अपनी सोच से करोना महामारी को हराना है। अपने डर को हावी नहीं होने देना है साथ ही टीकाकरण की अफवाहों को दूर किया । मॉडरेटर सत्यपाल राजपूत द्वारा लोगों के सवाल जैसे टीकाकरण, गर्भवती महिला एवं रेमडेसीविर इंजेक्शन से संबंधित सवालों को डॉक्टर पिपरे तक पहुंचाया। डॉ पिपरे ने बताया कि वैक्सीन को लेकर जो अफवाह फैलाई जा रही है। वह पूर्णता गलत है। वैक्सिंग लगवाने से ना ही नपुंसकता आएगी और ना ही कोई साइड इफेक्ट होगा ना ही कोई मृत्यु होगी। वैक्सीन लगने के बाद दो-तीन दिन तक बुखार शरीर में दर्द हो सकता है लेकिन उस से डरना नहीं है। पेरासिटामोल टेबलेट ले सकते हैं आगे उन्होंने बताया कि यदि किसी को करोना हो जाता है तो डरना नहीं है। बल्कि उसका सामना डट कर करना है क्योंकि करोना को पहले भी हराया जा चुका है। मन में पॉजिटिव थॉट रखें और अपने रूटीन में हेल्दी डाइट ले व्यायाम ध्यान एवं योगा करें करें ।ग र्भवती महिलाओं को यदि करोना हो गया है और बच्चा जन्म ले लिया है तो दूध पिला सकती हैं । सीनियर जर्नलिस्ट सत्यपाल सिंह राजपूत ने कहा कि प्रदेश के सभी नागरिकों को वैक्सीन लगवाने की अपील की। अर्क वियत फाउंडेशन के संस्थापक विनय सोनवानी ने कहा इस महामारी में प्रत्येक आयु वर्ग मानसिक रूप से प्रभावित हो रहा है । आज की जो दिनचर्या है वह पहले की दिनचर्या से बदली हुई है। इस बदली दिनचर्या को पहले जैसे सामान्य करने की पहल करने के लिए अपनी सोच को बदलने की जरूरत है। फुलवारी शिक्षण समिति के संस्थापक नितेश साहू द्वारा डॉक्टर पिपरे एवं उपस्थित सभी लोगो का आभार व्यक्त किया। गुरुकुल महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ संध्या गुप्ता ,कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर शैलेंद्र खंडेलवाल, जिला संयोजक महासमुंद मालती तिवारी, ग्रीन आर्मी ऑफ रायपुर टाटीबंध जोन के प्रभारी आशीष शर्मा, सुनीता चंसोरिया विभिन्न महाविद्यालयों के एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर एवं वॉलिंटियर उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया। कार्यक्रम श्रीमती रात्रि लहरी प्रोग्राम ऑफिसर गुरुकुल महिला महाविद्यालय के मार्गदर्शन में संपन्न किया गया।