इजरायल
पिछले महीने इजरायल पर हमास ने खूंखार हमला बोला था, जिसमें करीब 1400 लोगों की मौत हो गई थी। उसके बाद से ही इजरायल हमास को नेस्तनाबूद करने के लिए गाजा पर हमले कर रहा है। अब तक फिलिस्तीन के 12000 से ज्यादा लोग इन हमलों में मारे जा चुके हैं। यही नहीं हमास की सुरंगों तक पर इजरायली सेना हमले कर रही है क्योंकि उसे शक है कि यहीं उसके टॉप कमांडर छिपे हैं। फिलहाल इजरायल की सेना को हमास के मास्टरमाइंड याहया सिनवार की तलाश है, जिसके बारे में माना जा रहा है कि वह गाजा पट्टी की ही किसी सुरंग में छिपा बैठा है। इजरायली एजेंसियों का कहना है कि इसका 7 अक्टूबर के हमले में बड़ा रोल था। इसके अलावा यही वह आतंकी है, जिसने इजरायल की आंखों में धूल झोंकी थी। दरअसल इजरायल का कहना है कि याहया सिनवार ने यह भरोसा दिलाने की कोशिश की थी कि हमास युद्ध नहीं चाहता और वह युद्ध विराम के पक्ष में है। उसने इटली के एक पत्रकार को दिए इंटरव्यू में यहां तक कहा था, 'मैं अब युद्ध नहीं चाहता। मैं संघर्ष विराम चाहता हूं।' उसका कहना था कि मैं चाहता हूं कि गाजा पट्टी भी सिंगापुर और दुबई की तरह विकसित हो जाए।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक अब 7 अक्टूबर को हुए हमले के बाद इजरायल की एजेंसियां मान रही हैं कि याहया सिनवार के ऐसे बयान भ्रमित करने के लिए थे। वह एक तरफ इजरायल को बताता था कि हमास शांति के पक्ष में है और उसका फोकस गाजा पट्टी के फोकस में है। वहीं दूसरी तरफ वह इजरायल के खिलाफ हमले की रणनीति में भी जुटा रहा। अमेरिका और यूरोपियन यूनियन हमास को आतंकी संगठन मानते हैं। लेकिन वह बीते कुछ सालों से खुद को यह साबित करने में जुटा था कि उसका फोकस आतंकवाद से ज्यादा गवर्नेंस पर है।
इजरायल की मानसिकता को पढ़ चुका था सिनवार
इजरायली अधिकारियों को अब लगता है कि हमास ने एक भ्रम की स्थिति बना दी थी। इसी के चलते सरकार का फोकस उस पर कम हुआ और उसने आतंकी हमला बोल दिया। इजरायली सैन्य विश्लेषक चेन आर्त्जी ने कहा कि मिलिट्री इंटेलिजेंस का फोकस ईरान और सीरिया की ओर बढ़ गया था। वह फिलिस्तीन को अपने अस्तित्व के लिए खतरे के तौर पर देखते ही नहीं थे। एक अन्य विश्लेषक माइकल मिल्शतेन ने कहा, 'सिनवार को इजरायल की मानसिकता के बारे में बहुत अच्छे से पता था। इसी का उसने फायदा उठाया।'
कैसे इजरायल की सेना को ही कर दिया भ्रमित और करा दिया हमला
वह कहते हैं कि हमास यह यकीन दिलाने में जुटा था कि वह गाजा में स्थिरता चाहता है। नागरिकों के जीवन में सुधार चाहता है। इससे इजरायलियों का फोकस चेंज हो गया। फिर उसने ऐसी स्थिति का फायदा उठाया और आतंकी हमला कर दिया। आज इजरायल ने गाजा के बड़े हिस्से को मलबे में तब्दील कर दिया है, लेकिन हिटलर की तरह छिपे बैठे याहया शिनवार की अब तक तलाश जारी है। फिलहाल इजरायल की सेनाएं याहया की तलाश सुरंग-दर-सुरंग कर रही हैं। वह इजरायल की सेना का टारगेट नंबर वन है।