नई दिल्ली
रिजर्व बैंक ने कर्ज में डूबी अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल के लिए समाधान योजना को मंजूरी दे दी। रिजर्व बैंक के इस कदम से हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (आईआईएचएल) के लिए रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण का रास्ता साफ हो गया है। इस बीच, रिलांयस कैपिटल की ट्रेडिंग एक बार फिर प्रतिबंधित हो गई है। बीएसई इंडेक्स पर Trading Restricted का मैसेज दिख रहा है।
क्या कहा कंपनी ने: अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल ने शेयर बाजार को बताया कि प्रशासक को भारतीय रिजर्व बैंक से 17 नवंबर, 2023 के पत्र के माध्यम से "अनापत्ति" प्राप्त हुई है। बता देंकि अप्रैल में संपन्न नीलामी के दूसरे दौर में कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल का अधिग्रहण करने के लिए हिंदुजा समूह की आईआईएचएल 9,650 करोड़ रुपये की पेशकश के साथ सबसे ऊंची बोली लगाने वाली कंपनी के रूप में उभरी थी।
2021 में बोर्ड भंग: भारतीय रिजर्व बैंक ने 29 नवंबर, 2021 को भुगतान चूक और गंभीर शासन संबंधी मुद्दों को देखते हुए रिलायंस कैपिटल के बोर्ड को भंग कर दिया था। रिजर्व बैंक ने फर्म की कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) के संबंध में नागेश्वर राव वाई को प्रशासक नियुक्त किया। पिछले साल फरवरी में, आरबीआई द्वारा नियुक्त प्रशासक ने रिलायंस कैपिटल की बिक्री के लिए रुचि पत्र आमंत्रित किए थे।
बता दें कि रिलायंस कैपिटल तीसरी बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) है जिसके खिलाफ केंद्रीय बैंक ने दिवाला और दिवालियापन संहिता (आईबीसी) के तहत दिवालियपन की कार्यवाही शुरू की थी। इसके अलावा दो अन्य श्रेई ग्रुप एनबीएफसी और दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन (डीएचएफएल) थे।