दुर्ग.
हत्या व लूट के मामले में विचाराधीन बंदी जिला अस्पताल से फरार हो गया। इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती बंदी टॉयलेट करने गया। इस दौरान दो नकाबपोश वहां पहुंचे और जेल प्रहरियों के साथ मारपीट कर बंदी को अपने साथ ले गए। नकाबपोशों ने प्रहरियों का मोबाइल भी लूट लिया। इस मामले में शिकायत मिलने के बाद दुर्ग सिटी कोतवाली पुलिस ने धारा 224, 392 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों की पतासाजी में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार, विचाराधीन बंदी अभिषेक उर्फ अनुपम झा निवासी बैकुंठपुर, जिला-वैशाली (बिहार) को हत्या के एक मामले में जेल भेजा गया। अनुपम अम्लेश्वर थाना क्षेत्र में ज्वेलरी शॉप संचालक सुरेंद्र सोनी की गोली मारकर हत्या कर दुकान में रखे सोने चांदी के जेवरात को लूट कर फरार हो गया था। अनुपम के खिलाफ थाना अमलेश्वर में मुकदमा दर्ज किया गया था औ 29 अक्तूबर 2022 को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। पुलिस ने इस मामले में सौरभ सिंह, अभय भारती, आलोक यादव, अभिषेक झा को बनारस से गिरफ्तार किया था।
बंदी अनुपम की तबीयत बिगड़ने पर 14 नवंबर को उसे जिला अस्पताल दुर्ग ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। दूसरे दिन 15 नवंबर की रात को बंदी अनुपम की सुरक्षा के लिए जेल प्रहरी गीता खुटे और राजूलाल वर्मा की ड्यूटी लगाई गई। अनुपम शौचालय जाने के लिये बंदी द्वारा कहे जाने पर प्रहरियों द्वारा वार्ड के बाहर कुछ दूर शौच के लिये टॉयलेट ले जाया गया। इस दौरान शौचालय के बाहर अचानक दो नकाबपोश पहुंचे और प्रहरी गीता खुटे एवं राजू लाल वर्मा के साथ मारपीट करते हुए उनका मोबाइल को छीन कर उन्हें बाथरूम में बंद कर दिया और बंदी को लेकर भाग गए। इसके बाद घटना की शिकायत दुर्ग पुलिस में की गई।
इस मामले के मास्टर माइंड अभिषेक उर्फ अनुपम झा ने 2016 में रायपुर के सर्राफा कारोबारी पंकज बोथरा की हत्या कर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद सेजबाहर में वर्ष 2020 में अपने ही क्राइम पार्टनर राकेश जायसवाल की पैसे के बंटवारे को लेकर विवाद हुआ था। इस विवाद में अभिषेक ने राकेश की हत्या कर दियी थी, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में पुलिस अक्टूबर 2021 को आरोपी अभिषेक उर्फ अनुपम झा को रायपुर कोर्ट में पेशी लाया गया था, जहां से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था।