भिलाई। कोरोना काल में जहां एक ओर मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है, वहीं अस्पताल की लापरवाही भी सामने आ रही है। ऐसे ही एक मामले में अस्पताल प्रबंधन ने कोरोना मरीज को मृत घोषित कर दिया था। अंतिम संस्कार की तैयारियां पूरी हो चुकी थी, शमशान घाट में परिजनों ने मृतक को आखरी बार देखने की जिद की। जब उसका चेहरा पॉलिथीन से दिखाया गया तो वह व्यक्ति थोड़ा हिलता डुलता दिखा। परिजनों ने तुरंत ही उस व्यक्ति को पॉलिथीन से बाहर निकाला।
यह मामला कल शाम का है जब भिलाई स्थित हाईटेक हॉस्पिटल में कोरोना के इलाज के लिए भर्ती एक व्यक्ति को अस्पताल ने मृत घोषित कर दिया था। कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। इसी बीच परिजनों ने मृतक के अंतिम दर्शन करने की विनती की, जिसके बाद पॉलीथिन से उसका चेहरा दिखाया गया। परिजनों ने गौर किया कि मृतक के शरीर में हरकत हो रही है, और वह हिलडुल रहा है। इसके बाद फौरन उसे पॉलीथिन ने बाहर निकला गया तो वह व्यक्ति जीवित निकला।
इस घटना से गुस्साए परिजनों ने हाईटेक हॉस्पिटल पर घोर लापरवाही के आरोप लगाए और अस्पताल पहुंचकर जमकर हंगामा किया। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर अपने गुस्सा निकालते हुए जमकर तोड़फोड़ मचाई। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद परिजनों का गुस्सा थोड़ा शांत हुआ। इस प्रकार एक जीवित व्यक्ति को मृत घोषित करने पर अस्पताल प्रबंधन पर भी सवालिया निशान उठता है।