मुंबई
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने एक सुपर हीरो की तरह अफगानिस्तान के जबड़े से जीत छीन ली. उन्होंने 201 रनों की नाबाद पारी खेली. उनकी पारी में 10 छक्के और 21 चौके थे. मंगलवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में एक चौंकाने वाली पारी खेलने वाले मैक्सवेल के इस प्रदर्शन पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा था. वह मैक्सवेल ही थे, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 292 रनों के लक्ष्य को एकदम आसान बना दिया वह भी उस समय, जब ऑस्ट्रेलिया 100 रनों के अंदर 7 विकेट खोकर संघर्ष कर रहा था.
मैक्सवेल ने जड़े 201 रन
ग्लेन मैक्सवेल ने नाबाद 201 रन बनाकर अपनी टीम को क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचा दिया. यह अब तक की सबसे बड़ी पारियों में से एक बन गई. वह 157.03 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 128 गेंदों में दोहरे शतक तक पहुंचे. एक समय ऑस्ट्रेलिया 18.3 ओवर में 91/7 पर सिमट गया था और अफगानिस्तान के गेंदबाजों ने मैच पर नियंत्रण बना लिया था. फिर ग्लेन मैक्सवेल और पैट कमिंस ने ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाने के लिए जबरदस्त साझेदारी की.
दर्द में थे मैक्सवेल
दर्द और थकान से जूझते हुए, ग्लेन मैक्सवेल ने सीमित ओवरों के क्रिकेट के इतिहास में संभवतः सबसे बड़ी पारी (128 गेंदों पर नाबाद 201) खेली. जिससे ऑस्ट्रेलिया ने मंगलवार को यहां विश्व कप में अफगानिस्तान पर तीन विकेट से सनसनीखेज जीत हासिल की. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल में पहुंचने वाली तीसरी टीम बन गई है.
अपनी 201 रनों की ऐतिहासिक पारी से मैक्सवेल ने कई दिलचस्प कारनामे अपने नाम किए, आइए आपको उनके बारे में बताते हैं. उनकी इस पारी को वनडे क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ पारी भी कहा जा रहा है.
1: अफगानिस्तान के खिलाफ ग्लेन मैक्सवेल का स्कोर 201* रन रहा. इस तरह वो वनडे मैचों में ऑस्ट्रेलिया के लिए दोहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं. 2011 में मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ शेन वॉटसन का 185* रन ऑस्ट्रेलिया के लिए पिछला सर्वोच्च स्कोर था.
2: मैक्सवेल वनडे मैचों लक्ष्य का पीछा करते हुए दोहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं. वनडे में लक्ष्य का पीछा करते हुए पिछला सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर 193 रन था जो फखर जमां ने 2021 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था.
3: मैक्सवेल नंबर 3 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए वनडे में दोहरा शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी भी हैं. 2009 में बांग्लादेश के खिलाफ चार्ल्स कोवेंट्री का 194* रन किसी गैर-सलामी बल्लेबाज (नॉन ओपनर) द्वारा बनाया गया पिछला हाइएस्ट वनडे स्कोर था. मैक्सवेल से पहले किसी भी खिलाड़ी ने लिस्ट ए क्रिकेट में भी टॉप-4 से बाहर बल्लेबाजी करते हुए दोहरा शतक नहीं लगाया था. मैक्सवेल छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे.
4: वनडे वर्ल्ड कप में दोहरा शतक लगाने वाले वह तीसरे बल्लेबाज हैं. उनसे पहले क्रिस गेल (2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 219) और मार्टिन गुप्टिल (2015 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 237*) ऐसा कर चुके थे.
5: 202* रनों की मैक्सवेल और पैट कमिंस के बीच पार्टनरशिप हुई. इस तरह वनडे में सातवें विकेट या उससे कम के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप का रिकॉर्ड बन गया. इससे पहले सबसे बड़ी साझेदारी 2015 में बर्मिंघम में न्यूजीलैंड के खिलाफ सातवें विकेट के लिए जोस बटलर और आदिल राशिद के बीच 177 रनों की थी.
6: मैक्सवेल ने अपना दोहरा शतक 128 गेंदों में बनाया, उनसे तेज दोहरा शतक पिछले साल दिसंबर में बांग्लादेश के खिलाफ ईशान किशन ने 126 गेंदों में बनाया है. जो सबसे फास्टेस्ट है.
7: ऑस्ट्रेलिया ने अपना सातवां विकेट गिरने के बाद 202 रन जोड़े, जो एकदिवसीय पारी में किसी भी टीम द्वारा सबसे अधिक रन हैं. सातवां विकेट गिरने के बाद इससे पहले सबसे ज्यादा रन 196 रन अफ्रीका XI ने 2007 में एशिया XI के खिलाफ बनाए थे.
8: ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान के खिलाफ 292 रन चेज किए. यह वनडे वर्ल्ड कप में उनका सर्वोच्च प्रदर्शन है. उनका पिछला सर्वोच्च सफल चेज चेन्नई में 1996 वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ 287 रनों का था.
9: आठवें विकेट के लिए कमिंस के साथ नाबाद 202 रनों की साझेदारी के दौरान मैक्सवेल ने 179 रनों का योगदान दिया. कमिंस ने 68 गेंदों का सामना करते हुए 12 रन बनाए, इस दौरान 11 रन अतिरिक्त के जरिए आए.
मैक्सवेल का 88.61% रनों का योगदान पुरुष वनडे मैचों (जहां तक डेटा उपलब्ध है) में एक शतक में किसी बल्लेबाज द्वारा सबसे अधिक है. मैक्सवेल ने दिल्ली में नीदरलैंड के खिलाफ कमिंस के साथ अपनी 103 रन की साझेदारी के दौरान 88.35% के अपने योगदान से बेहतर प्रदर्शन किया. उन्होंने तब 91 रन बनाए थे.
10: मैक्सवेल का स्कोर (201*) और ऑस्ट्रेलिया की पारी में दूसरे सबसे बड़े स्कोरर (मिशेल मार्श के 24) के बीच अंतर 177 रनों का रहा. केवल दो बार एक वनडे पारी में दो टॉप स्कोर के बीच बड़ा अंतर हुआ है.
रोहित शर्मा का अंतर इस मामले में 198 रन का है, जब उन्होंने 2014 में श्रीलंका के खिलाफ 264 रन बनाए थे. वहीं 2015 में 237* रन के दौरान वेस्टइंडीज के खिलाफ गुप्टिल के और अन्य बल्लेबाज में 195 रन बनाए थे.
इब्राहिम जादरान ने भी जड़ा शतक
पहले बल्लेबाजी करते हुए, सलामी बल्लेबाज इब्राहिम जादरान विश्व कप में शतक बनाने वाले पहले अफगानिस्तान बल्लेबाज बने और अपनी टीम को पांच विकेट पर 291 रन तक पहुंचाया. जवाब में ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 19वें ओवर में सात विकेट पर 91 रन था. तभी मैक्सवेल ने जिम्मेदारी संभालने का फैसला किया और कप्तान पैट कमिंस (नाबाद 12) के साथ आठवें विकेट के लिए 202 रन जोड़कर अविश्वसनीय वापसी की.
जीत कर भी हार गया अफगानिस्तान
कुल मिलाकर, मैक्सवेल ने 21 चौके और 10 छक्के लगाए. इससे पहले, जादरान ने पारी के दौरान अपना बल्ला चलाया और 143 गेंदों पर नाबाद 129 रन बनाए. टीम ने सलामी बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज को 25 गेंदों में 21 रन पर खो दिया, लेकिन जादरान और रहमत शाह ने दूसरे विकेट के लिए 83 रनों की साझेदारी करके अच्छी नींव रखी. लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाए.
आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में भारत ने अपने लगातार 7 मैच को जीतने के बाद सबसे पहले सेमीफाइनल में स्थान पक्का किया था. इसके बाद साउथ अफ्रीका की टीम अगले दौर में पहुंचने वाली दूसरी टीम बनी. अफगानिस्तान पर मिली जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया का स्थान भी सेमीफाइनल में पक्का हो गया. अब सिर्फ 1 ही जगह बची है जिसके लिए मुख्य तौर पर न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच टक्कर मानी जा रही है. वैसे अफगानिस्तान के पास भी बेहद कम लेकिन समीकरण के लिहाज से मौका बन सकता है.
सेमीफाइनल के लिए किसका दावा मजबूत
इस वक्त न्यूजीलैंड की टीम सेमीफाइनल में पहुंचने की सबसे बड़ी दावेदार है. वह अपने दम पर अगले दौर में आसानी से पहुंच सकती है. श्रीलंका के खिलाफ कीवी टीम को जीत दर्ज करना है और उसको अगले दौर में जगह मिल सकता है. पाकिस्तान की टीम को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए इंग्लैंड को हराना है और साथ ही दुआ करनी है कि श्रीलंका न्यूजीलैंड को हरा दे. अगर केन विलियमसन की टीम 1 रन से श्रीलंका को हराती है तो पाकिस्तान को इंग्लैंड के खिलाफ 130 रन से जीत हासिल करना होगा.