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लॉक डाउन ने बढ़ाई किसानों की चिंता

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खेत टमाटर और बैगन की फसल हो रहे बर्बाद
रायगढ़।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने जिला प्रशासन ने 9 दिनों का लॉक डाउन लगाया है।जिसके कारण सभी दुकानों से लेकर हरी सब्जियों की बिक्री भी बंद है।जिसका नुकसान किसानों को हो रहा है। खेत में टमाटर और बैंगन की फसल सड़ने के नौबत पर आ गई है।
कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ने रायगढ़ जिले में भी लॉक डाउन लगाया गया है। बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉक डाउन एक कारगर तरीका जरूर है परंतु इसके साइड इफेक्ट भी है। इसकी सर्वाधिक मार सब्जी उत्पादक किसानों पर पड़ रही है। जिले में सब्जी उत्पादक किसान टमाटर, बैंगन,भिंडी जैसी सब्जियां खेतो में ही छोड़ रहे हैं। ऐसे में किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों का मानना है कि लॉक डाउन आगे बढ़ा तो नुकसान और भी बढ़ेगा। दो माह पहले ही सब्जी उत्पादक किसानों ने टमाटर, बैंगन सहित अन्य सब्जी की फसल लगाई थी ताकि गर्मी में बाहरी आवक कम होने पर उन्हें मेहनत की अच्छी कीमत मिल सकेगी ,लेकिन इसी बीच लॉक डाउन लग गया। अब पौधों में फल तो आ गए है लेकिन उन्हें बेचने का कोई जुगाड़ नही है लिहाजा किसान सब्जी खेतो में ही छोड़ रहे हैं। ऐसे में सब्जी में कीड़े लग रहे है और सब्जियां खेतो में ही खराब हो रही है। किसानों ने बताया कि एक एकड़ टमाटर की खेती में 60 से 70 हज़ार रुपये खर्च आता है। फसल पूरी तरह तैयार हो गई है लेकिन बेचने की कोई व्यवस्था नही है लिहाजा खेतो में ही सब्जी छोड़ दें रहे है जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों को अब अपनी मेहनत पर पानी फिरता नज़र आ रहा है। गढ़उमरिया गांव के किसान मुन्ना चौधरी ने बताया कि उन्होंने 10 एकड़ में टमाटर व 4 एकड़ में बैंगन की खेती की है जिसमे 10 से 15 लाख रुपय का नुकसान होने का अनुमान है।