गाजा
इजरायल और हमास के बीच युद्ध की आग अभी बुझती दिखा नहीं दे रही. इजरायल ने जहां हमास के अंत की कसम खाई है वहीं, हमास भी पीछे हटने वाला नहीं है. 27 दिनों से जारी इस युद्ध में अब तक हजारों की निर्दोषों की जान जा चुकी हैं. हमलों में दोनों ही देशों को भारी नुकसान हुआ है. इस बीच हमास ने जंग फिर तेज करने की धमकी दे दी है. हमास के प्रतिनिधिन गाजी हमद ने 7 अक्टूबर जैसा भयावह हमला दोहराने की धमकी दी है.
गाजी हमद ने कहा कि हमास तब तक पीछे नहीं हटेगा जब तक इजरायल घुटने नहीं टेक देता. हमद ने कहा कि हक की लड़ाई में हमारे लड़ाके गर्व शहीद होते रहेंगे. अपनी जमीन को पाने के लिए हम 7 अक्टूबर जैसा हमला एक नहीं कई बार करेंगे. बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास के हमले में 1400 से अधिक इजरायली लोगों की जान चली गई थी. जिसके बाद से गाजा पट्टी पर बड़े पैमाने पर दोनों तरफ से हमला जारी है.
वाशिंगटन डीसी में एक शोध संगठन मेमरी से बात करते हुए गाजी ने कहा कि इजरायल एक ऐसा देश है जिसका हमारी (फिलिस्तीन की) भूमि पर कोई स्थान नहीं है. इजरायल अरब और इस्लामी देशों की सुरक्षा के लिए एक सैन्य और राजनीतिक खतरा है और इसे नष्ट कर दिया जाना चाहिए. हमद ने कहा कि हमें यह बात जोर देकर कहने में कोई शर्मिंदगी महसूस नहीं होती. इजराइल को उसके कर्मों के लिए भुगतना होगा. इसके लिए हम बार-बार हमला करेंगे.
हमास दावा किया है कि इजरायल ने लगातार दूसरे दिन गाजा शहर के पास एक शरणार्थी शिविर में रिहाइशी इमारतों को हवाई हमलों में निशाना बनाया, जिससे कई लोग हताहत हुए हैं. किए गए हमले में हताहतों की संख्या का तत्काल पता नहीं चल पाया. उत्तरी गाजा से रिपोर्टिंग कर रहे अल-जज़ीरा टेलीविजन चैनल ने तबाही और बच्चों सहित घायलों को अस्पताल लाए जाने की फुटेज प्रसारित की.
दूसरी तरफ बोलीविया सरकार ने गाजा पट्टी में हमास उग्रवादियों के खिलाफ इजराइली सैन्य हमले को समाप्त करने का आह्वान करते हुए इजराइल के साथ राजनयिक संबंध खत्म कर दिए. बोलीविया के उप विदेश मंत्री फ्रेडी ममानी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'बोलीविया ने गाजा पट्टी में जारी भीषण इजराइली सैन्य हमले की निंदा करते हुए इजराइल के साथ राजनयिक संबंध तोड़ने का फैसला किया है.' देश के वामपंथी राष्ट्रपति लुइस अर्से लंबे समय से इज़राइल के आलोचक रहे हैं और इससे पहले 2009 में गाजा से जुड़ी लड़ाई को लेकर उन्होंने इज़राइल के साथ राजनयिक संबंध तोड़ दिए थे। साल 2020 में राजनयिक संबंध फिर से बहाल हुए थे.
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फिलिस्तीनी समूह हमास के नेता ने कहा कि घिरे गाजा पट्टी में रखे गए इजरायली बंधक उसी "मृत्यु और विनाश" के हकदार हैं, जिसका सामना फिलिस्तीनियों ने किया है. इस्माइल हनियेह ने एक रिकॉर्ड किए गए वीडियो संदेश में कहा, हमास ने मध्यस्थों से कहा है कि "नरसंहार" को रोकना आवश्यक है और निर्णय निर्माताओं पर दबाव बनाने के लिए लोगों से, विशेष रूप से पश्चिम में, विरोध जारी रखने का आह्वान किया है.
न्यूज एजेंसी अल जजीरा के लिए काम करने वाले एक ब्रॉडकास्ट इंजीनियर ने जमीनी लड़ाई के दौरान गाजा के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर पर इजरायल द्वारा की गई बमबारी में अपने परिवार के 19 सदस्यों को खो दिया. गाजा ब्यूरो में काम करने वाले मोहम्मद अबू अल-कुम्सन ने जबालिया कैंप पर इजरायली हवाई हमले में अपने पिता, भाई, दो बहनों और आठ भतीजों और भतीजियों को खो दिया.
पेरिस स्थित रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) से इजरायल और हमास के बीच युद्ध में 34 पत्रकारों की हत्या की जांच करने का आह्वान किया, और दोनों पक्षों पर संभावित युद्ध अपराध करने का आरोप लगाया.
हमास प्रमुख इस्माइल हानियेह ने कहा कि नेतन्याहू ने "अपने अपराध से दुनिया की नजरें हटाने के लिए" खुद को दक्षिणपंथी गठबंधन से घेर लिया है.
एएफपी संवाददाताओं ने कहा कि 7 अक्टूबर को इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार मिस्र द्वारा राफा क्रॉसिंग खोलने के बाद बड़ी संख्या में विदेशी पासपोर्ट धारकों ने बुधवार को युद्धग्रस्त गाजा छोड़ना शुरू कर दिया.
अत्यंत आवश्यक सहायता के 200 से अधिक ट्रक मिस्र से गाजा में प्रवेश कर चुके हैं, लेकिन किसी भी व्यक्ति को प्रभावित क्षेत्र से भागने की अनुमति नहीं दी गई है, लगभग 400 विदेशियों और दोहरे नागरिकों के सीमा पार करने की उम्मीद है.
डिमोना के मेयर बेनी बिट्टन ने बुधवार को एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि गाजा में लड़ाई के दौरान मारे गए इजरायली लड़ाकों में एक 20 वर्षीय भारतीय मूल का इजरायली सैनिक भी शामिल था. हलेल सोलोमन दक्षिणी इजरायली शहर डिमोना से थे.
हमास के साथ चल रहे युद्ध में अभी तक 320 इजरायली सैनिकों की मौत हो चुकी है. हालांकि इसमें से अधिकांश जवान 7 अक्टूबर के दौरान किए गए हमले में मारे गए थे. गाजा में भीषण लड़ाई के बीच पंद्रह इजरायली सैनिक मारे गए. सबसे बड़ी जनहानि तब हुई जब मंगलवार को दोपहर के समय एक "नामेर" बख्तरबंद कार्मिक वाहक पर एक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल ने हमला कर दिया.
हमास द्वारा संचालित सरकारी मीडिया कार्यालय ने कहा कि मंगलवार और बुधवार को गाजा के जबालिया शरणार्थी शिविर पर दो दौर के इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 195 फिलिस्तीनी मारे गए. कार्यालय ने एक बयान में कहा कि मलबे के नीचे लगभग 120 लोग अभी भी लापता हैं और कम से कम 777 अन्य घायल हुए हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन शुक्रवार को इस क्षेत्र के दौरे पर बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात करेंगे. उनके प्रवक्ता ने कहा है कि ब्लिंकन गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल की जवाबी कार्रवाई के साथ एकजुटता की आवाज उठाएंगे, लेकिन फिलिस्तीनी नागरिक हताहतों को कम करने की आवश्यकता पर भी जोर देंगे.