भोपाल
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर इस बार बड़ी संख्या में नामांकन भी अस्वीकृत हो रहे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि अधिकृत उम्मीदवारों के अलावा कई उम्मीदवारों ने राष्ट्रीय पार्टियों से आवेदन कर दिए थे, जिन्हें निर्वाचन आयोग ने अस्वीकृत कर दिया. इसके अलावा कई निर्दलीय प्रत्याशियों के आवेदन भी अस्वीकृत हुए हैं. मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव इस बार भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है. इसी के चलते दोनों ही पार्टियों में घमासान मचा हुआ है.
मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए कल 4,287 नामांकन सामने आए थे. निर्वाचन आयोग में जब जांच पड़ताल शुरू की गई तो इसमें 523 नामांकन रिजेक्ट हो गए. इसके अलावा 3,728 नामांकन को स्वीकृत किया गया है. अभी तक निर्वाचन आयोग ने 4,251 नामांकन की जांच करते हुए स्थिति स्पष्ट कर दी है. अभी भी 36 नामांकन की जांच चल रही है. उम्मीद की जा रही है कि सभी 4,287 नामांकन की जांच पूर्ण करते हुए स्वीकृत और अस्वीकृत आवेदनों की नामांकनों की सूची जल्द स्पष्ट हो जाएगी. निर्वाचन आयोग द्वारा अधिकृत वेबसाइट पर पूरी जानकारी भी अपलोड कर दी गई है.
टिकट बदलने की संभावना के चलते हुए अधिक नामांकन
इस बार विधानसभा चुनाव को लेकर दावेदारों की सूची काफी लंबी देखने को मिली है. भारतीय जनता पार्टी में 3000 से ज्यादा दावेदार 230 विधानसभा सीटों के लिए सामने आ चुके थे, जबकि कांग्रेस में यह आंकड़ा और भी अधिक है. यहां पर 4000 से ज्यादा दावेदारों ने टिकट के लिए आवेदन किए थे. टिकट बदलने की संभावना के चलते अधिकृत प्रत्याशियों के अलावा कई दावेदारों ने भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस से नामांकन भर दिए थे, जिन्हें निर्वाचन आयोग ने निरस्त कर दिया है. इसके अलावा कई निर्दलीय प्रत्याशियों के नामांकन भी निरस्त हुए हैं.