सुकमा. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की सुकमा पुलिस (Sukma Police) ने नक्सलियों (Naxalite) के चंगुल से 3 नाबालिगों का रेस्क्यू करने का दावा किया है. पुलिस (Police) का दावा है कि अपने संगठन से जोड़ने नक्सली जबरन नाबालिग लड़कियों को अपने साथ ले गए थे. पुलिस की टीम जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के कोननगुड़ा के जंगलों में सर्चिंग के लिए निकली थी. जंगलों में नक्सलियों का ट्रेनिंग कैंप चल रहा था. पुलिस को आता देख नक्सली वहां से फरार हो गए. वहीं से 2 नाबालिग बच्चियां मिलीं, जो बीजापुर की रहने वाली थी.
सुकमा पुलिस (Sukma Police) ने उन दो नाबालिगों को बीजापुर (Bijapur) जाकर उनके परिजनों को सुपुर्द किया. इसके अलावा सुकमा (Sukma) के ही जगरगुंडा (Jagargunda) के गुमोड़ी में एक नाबालिग बालिका पुलिस को मिली जिसे नक्सली जबरन उठा कर लेकर आए थे. पुलिस ने उसे भी परिजनों को सुपुर्द किया. बताया जा रहा है कि संगठन से नक्सली बड़ी संख्या में 13 से 18 साल के नाबालिगों को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. इसके तहत ही नाबालिगों को जबरन अपने साथ लेकर जाते हैं.
नक्सलियों के बैकफूट पर होने का दावा
बता दें कि पिछले एक साल में पुलिस बस्तर में नक्सलियों के बैकफूट पर होने का दावा कर रही है. आंकड़ों का जिक्र करते हुए पुलिस अफसर पिछले एक साल में नक्सल हिंसा की वारदातों में 40 फीसदी कमी आने का दावा करते हैं. पुलिस का दावा है कि फोर्स लगातार नक्सलियों पर दबाव बनाने में सफल हो रही है. नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाईयां आगे भी जारी रहेंगी.