Home छत्तीसगढ़ आचार संहिता के बाद भी नहीं थम रही तस्करी

आचार संहिता के बाद भी नहीं थम रही तस्करी

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रायपुर.

छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराध को देखते हुए पुलिस एक्शन मोड़ पर है। पूरे प्रदेश में अपराधिक मामला, नशाखोरी, गांजा की अवैध रूप से बिक्री और मारपीट जैसे घटनाओं को अंजाम देने वाले बदमाशों की खैर नहीं है। पुलिस ने ओडिशा से ला रहे 91 किलो से अधिक गांजा जब्त किया गया। इसकी कीमत 14 लाख रुपए आंकी गई है। दूसरी ओर 10 किलो गांजा जब्त किया गया है। 3 अंतर्राज्यीय आरोपी समेत चार आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

यह मामला मंदिर हसौद थाने क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने गांजा तस्करी करने वाले आरोपियों की धरदबोचा है। वहीं 91 किलो गांजा ओडिशा से रायपुर गांजा लाने की सूचना एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट अंतर्गत गठित नारकोटिक्स सेल की टीम को मिली। उनको जानकारी मिली कि कुछ व्यक्ति चारपहिया वाहन में गांजा परिवहन करते महासमुंद से रायपुर की ओर आ रहे हैं। मौके पर पुलिस पहुंचकर सेरीखेड़ी स्थित नहर पुलिया के पास गाड़ी को रोकवाया गया। इसमें 3 लोग सवार थे। पूछताछ पर अपना नाम सत्यप्रिया मांझी, प्रदोश मुंडा और  हितेश प्रधान निवासी अंगुल ओडिशा का होना बताया। गाड़ी की खोजबीन करने पर उसमें अलग-अलग पैकेट में गांजा होना पाया। इस दौरान पुलिस ने कार में रखे गांजा कुल 91 किलो 240 ग्राम और इसके साथ ही कार को जब्त किया  है। जब्त गांजा की कीमत 14 लाख आंकी गई है। वहीं पुलिस ने अंतर्राज्यीय 3 आरोपी को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार आरोपी
– सत्यप्रिया मांझी 30 साल, निवासी जिला अंगुल, ओडिशा।
– प्रदोश मुंडा 30 साल,  निवासी जिला अंगुल, ओडिशा।
– हितेश प्रधान 19 साल, निवासी जिला अंगुल, ओडिशा।

दूसरी ओर 10 किलोग्राम गांजा के साथ आरोपी कुंदन कुलदीप गिरफ्तार किया गया है। थाना अभनपुर क्षेत्रांतर्गत आरोपी को पकड़ा गया गया है। तस्कर मूलतः महासमुंद निवासी है। पुलिस के पूछताछ में उसने ओडिशा से गांजा लाना बताया। आरोपी को गिरफ्तार कर खिलाफ थाना अभनपुर में अपराध क्रमांक 466/23 धारा 20बी नारकोटिक एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज किया है। इसके कब्जे से 10 किलो 200 ग्राम गांजा जब्त किया गया
है। इसकी कीमत 1 लाख 5 हजार रुपए आंकी गई है।