Home राजनीति घोषणापत्र जारी करने से पहले चुनावी वादे पर फंसी ममता, जानें मामला…

घोषणापत्र जारी करने से पहले चुनावी वादे पर फंसी ममता, जानें मामला…

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कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक हैं। चुनाव प्रचार जोरों पर है। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी की घोषणापत्र जारी करने से पहले मुश्किलें बढ़ गईं हैं। चुनाव आयोग ने पुरुलिया में ममता बनर्जी के हर गरीब के घर तक मुफ्त राशन पहुंचाने की योजना का एलान करने पर रिपोर्ट तलब की है। टीएमसी आज अपना घोषणापत्र जारी करेगी।
चुनाव आयोग ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए पुरुलिया के जिलाधिकारी यानी मौजूदा जिला निर्वाचन अधिकारी से ममता के चुनावी सभा में हर गरीब के घर तक मुफ्त राशन पहुंचाने की योजना का एलान करने का असंपादित वीडियो मांगा है। चुनाव आयोग ये जानना चाहता है कि क्या ऐसी कोई नीति का एलान पहले तृणमूल सरकार ने किया था या ये कदम आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है? तृणमूल कांग्रेस बुधवार यानी आज अपना चुनावी घोषणापत्र जारी करने जा रही है।
टीएमसी इस योजना का कर सकती है एलान
तृणमूल कांग्रेस बुधवार को अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी करने वाली है। टीएमसी अपने घोषणापत्र में सत्ता में आने पर हर गरीब के घर मुफ्त राशन पहुंचाने की योजना का एलान कर सकती है। बता दें कि ममता बनर्जी ने सोमवार को पुरुलिया में अपनी सार्वजनिक रैली के दौरान कथित तौर पर यह घोषणा की थी।
बता दें कि चोट लगने के बाद ममता बनर्जी सोमवार को व्हीलचेयर पर बैठकर पुरुलिया में जनसभा को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने बंगाल में चल रही विभिन्न योजनाओं के बारे में रैली में बताया था। उन्होंने यह भी बताया कि इन योजनाओं की अब तक क्या उपलब्धि रही है। ममता ने दावा किया कि राज्य में उनकी सरकार के आने से पहले यहां की सड़कें बेहद खराब थी, जोकि अब बिल्कुल दुरुस्त हो चुकी हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों का दर्द उनके दर्द से ज्यादा है।