भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के केसों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। पिछले 24 घंटे में यहां 797 नए केस सामने आए, जो नए साल 2021 में पहली बार सबसे ज्यादा हैं। वहीं 24 घंटों में तीन मौत हुई हैं। इंदौर और भोपाल में तेजी से केस बढ़ रहे हैं। वहीं राजधानी भोपाल में कोरोना की इस रफ्तार को देखते हुए प्रशासन ने धारा 144 लगा दी है और नई गाइडलाइन जारी कर दी है।
बढ़ गया पॉजिटिव रेट
मध्य प्रदेश की बात करें, तो यहां कुल कोरोना केसों की संख्या 2,69,391 अब तक पहुंच गई है। वहीं पॉजिटिव रेट भी बढ़कर 5।4 प्रतिशत हो चुका है। इंदौर में सबसे ज्यादा 259 नए कोरोना केस सामने आए हैं, वहीं भोपाल में 199 नए मामलों के साथ दूसरे नंबर पर है। कोरोना की इस रफ्तार को देखते हुए भोपाल में कलक्टर ने धारा 144 के तहत नई गाइडलाइन जारी कर दी है। महाराष्ट्र से आने वाले सभी यात्रियों को भोपाल आगमन पर यात्रा शुरू करने के 72 घंटे पहले कराई गई, RT-PCR नेगिटिव जांच रिपोर्ट पेश करना अनिवार्य होगा।
ये जारी हुई गाइडलाइन
वहीं महाराष्ट्र से आकर भोपाल में 3-4 दिन से ज्यादा दिन रुकने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही 7 दिन क्वारनटाइन में रहने की सलाह भी संबंधित जांच दल द्वारा यात्रियों को दी जाएगी। वहीं रात 10।30 के बाद कोई भी कार्यक्रम नहीं होंगे। भोपाल में किसी भी प्रकार के धरने, प्रदर्शन, रैली, जुलूस, यात्रा, चल समारोह पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है। इसके साथ ही किसी प्रकार के नए मेले, एग्जीविशन, प्रदर्शनी पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। वहीं वर्तमान में चल रहे किसी भी आयोजन में कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करना होगा।
स्वीमिंग पूल बंद
वहीं भोपाल में स्वीमिंग पूल बंद रहेंगे, तो वहीं कोचिंग संस्थान 50 फीसदी क्षमता के साथ कोविड-19 प्रोटोकाल के पालन करते हुए खोले जा सकेंगे। कोचिंग संस्थान के छात्रावासों को बंद रखा जाएगा।
बजट सत्र पर खतरा
कोरोना के लगातर बढ़ते मामलों के बीच मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा बजट सत्र के दौरान 5 विधायक सहित विधानसभा सुरक्षा में लगे चार मार्शल कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। बताया गया है हे इसे लेकर कल विधानसभा में सर्वदलीय बैठक हो सकती है, सत्र आगे चलाने या स्थगित करने को लेकर विचार किया जा सकता है। बजट सत्र से पहले विधायक विजयलक्ष्मी साधौ, निलय डागा, देवेंद्र वर्मा, अमर सिंह और अशोक मर्सकोले कोरोना से संक्रमित पाए गए।
नाइट कर्फ्यू पर हो सकता है विचार
बता दें कि बीते 1 साल में ऐसे कई मौके आए जब कोरोना की वजह से विधानसभा सत्र को टालना पड़ा था। हालांकि बीते 2 महीनों से जब कोरोना के मामलों में कमी आई, तो करीब एक साल बाद विधानसभा का बजट सत्र बुलाया गया, लेकिन बीते करीब एक हफ्ते से मध्यप्रदेश में कोरोना के ग्राफ में बढ़ोत्तरी देखी गई है, जिसकी चपेट में अब विधायक भी आए हैं। दूसरी तरफ मंगलवार को मध्य प्रदेश में कोरोना को लेकर सरकार ने बड़ी बैठक बुलाई है, जिसमें इंदौर और भोपाल जैसे बड़े शहरों में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर नाइट कर्फ्यू लगाने पर विचार किया जा सकता है।