नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल को नवीकरणीय ऊर्जा सहयोग के क्षेत्र में भारत और फ्रांस गणराज्य के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के बारे में अवगत कराया गया। इस समझौता ज्ञापन पर जनवरी 2021 में हस्ताक्षर किए गए थे। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य आपसी लाभ, समानता और पारस्परिक संबंधों के आधार पर नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में द्वीपक्षीय सहयोग को बढावा देने का आधार स्थापित करना है। इस समझौता ज्ञापन में सौर, वायु, हाइड्रोजन और बायोमास ऊर्जा से संबंधित प्रौद्योगिकियां शामिल हैं। इस समझौता ज्ञापन में वैज्ञानिक और तकनीकी कर्मियों का आदान-प्रदान और प्रशिक्षण, वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकीय जानकारी और डेटा का आदान-प्रदान, कार्यशालाओं और सेमिनारों का आयोजन, उपकरणों, तकनीकी जानकारी और प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण, संयुक्त अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकीय परियोजनाओं का विकास कार्यक्रम शामिल हैं। यह समझौता ज्ञापन नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में प्रौद्योगिकीय जानकारी के विकास में सहायता करेगा और इससे वर्ष 2030 तक 450 गीगावाट (जीडब्ल्यू) की स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का महत्वाकांक्षी लक्ष्य अर्जित करने की प्रक्रिया में मदद मिलेगी।