रायगढ़ से सुशील पांडेय की रिपोर्ट
आरोपी को भेजा जेल, एक और बड़ी कार्यवाही
रायगढ। आबकारी की टीम ने सरिया थाना क्षेत्र के सांकरा गांव में एक बड़ी कार्यवाही करते हुए 13 बोरा में 3250 पाउच ओड़िशा की कच्ची शराब पकड़ा गया है।बताया जा रहा है कि आरोपी युवक जप्त शराब की कीमत करीब एक लाख 30 रुपए आंकी गई है।
कलेक्टर भीम सिंह के मार्गदर्शन में एवं प्रभारी सहायक आयुक्त आबकारी श्रीमती मंजूश्री कसेर के निर्देशन में शनिवार को आबकारी टीम को गश्त के दौरान मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि थाना सरिया क्षेत्र के सांकरा गांव में गुलाब बेहरा के द्वारा उड़ीसा राज्य की अवैध मदिरा भारी मात्रा में बेची जा रही है।। मुखबिर की सूचना की विश्वसनीयता पर तत्काल सांकरा निवासी गुलाब बेहरा पिता घनश्याम बेहरा के घर में उड़नदस्ता टीम और सरिया आबकारी टीम ने संयुक्त रुप से दबिश दी।। आरोपी गुलाब बेहरा के कब्जे से उड़ीसा राज्य की हेलीकॉप्टर छाप ब्रांड गुलाब छाप ब्रांड और जहाज छाप ब्रांड की 13 बोरियों में कुल 3250 पाउच महुआ शराब (मात्रा 585 लीटर) जप्त की गई ।।आरोपी गुलाब बेहरा को आबकारी अधिनियम की धारा 34(1) 34(2) 36 एवं 59(क) के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड हेतु न्यायालय में पेश किया गया.. जहां से उन्हें जेल दाखिल का आदेश दिया गया।।आरोपी गुलाब बेहरा के संबंध में आस-पड़ोस के लोगों ने यह भी बताया कि यह लगभग 20 -25 वर्षों से शराब ठेकेदारों का कोचिया के रूप में भी काम करता रहा है।।
उक्त कार्यवाही जिला आबकारी उड़नदस्ता सहायक प्रभारी रंजीत कुमार गुप्ता और सरिया प्रभारी आबकारी उपनिरीक्षक रमेश सिदार के नेतृत्व में की गई।। हमराह स्टाफ के रूप में आबकारी आरक्षकों में सुंदरलाल प्रधान, शिव कुमार वैष्णव हेम प्रकाश डनसेना,प्रभुवन बघेल तथा नगर सैनिको में निर्मल साव, अजय कसेर, धर्मेंद्र साव एवं महिला सैनिक सुनीता निराला शामिल रहे।। जप्त शराब की कीमत करीब एक लाख 30 हजार बताया जा रहा है।
आबकारी को मिल रही लगातार सफलता
बीते कुछ माह से आबकारी की टीम एक्सनमूड में आगई है। जहाँ टीम लगातार कार्यवाही कर ओड़िशा की कच्ची और विदेशी शराब जप्त करने की कार्यवाही कर रही है।विभाग के अधिकारियों का कहना है अवैध शराब की बिक्री करने वालों को नही बख्शा जाएगा।
सरिया पुलिस की भूमिका संदिग्ध
जिस तरह शनिवार को आबकारी ने सांकरा गांव में इतनी बड़ी मात्रा में ओड़िशा की कच्ची शराब जप्त किया है।क्या पुलिस को इसकी जानकारी नही थी।ऐसे में सरिया पुलिस की कार्यशैली संदिग्ध लग रही है।