बालोद से सुप्रीत शर्मा की रिपोर्ट
बालोद। बालोद थाना क्षेत्र में प्रेम प्रसंग की आड़ में अपहरण और दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बालोद पुलिस ने मूलनिवासी अछोली थाना डौंडीलोहारा के रहने वाले मिथिलेश उर्फ मोनू को गिरफ्तार कर रिमांड पर जेल भेजा। जिसने बालोद थाना क्षेत्र के एक गांव से 17 साल की एक नाबालिग लड़की को शादी का झांसा देकर घर से भगा ले गया था। 20 जनवरी को परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। 5 घंटे के भीतर ही बालोद पुलिस ने मामले में तत्परता से कार्रवाई करते हुए लड़की को बालोद के किराए के मकान से बरामद कर लिया और पूछताछ के बाद प्रेम प्रसंग की आड़ में पहला फुसलाकर शादी का प्रलोभन देकर संबंध बनाने का मामला भी सामने आया। जिसके बाद अपहरण के अलावा मामले में दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट की धारा भी जोड़ी गई। जब पीड़िता व आरोपी युवक से बारीकी से पूछताछ की गई तो एक रोचक किस्सा सामने आया कि आरोपी युवक का लड़की के गांव के पड़ोसी गांव में एक रिश्तेदार रहता था। जहां उसका आना-जाना था। इसी दौरान पिछले साल अक्टूबर से इन दोनों की पहचान हो गई थी। धीरे-धीरे दोस्ती हुई फिर नवरात्रि के समय युवक को बाइक पर बैठा कर घुमाने ले गया। जहां उसने अपने प्यार का एहसास दिलाने के लिए अपनी कलाई काट ली और जो खून निकला उससे उसकी मांग भर दी और कहने लगा कि आज से तुम मेरी पत्नी हो गई। अब तो मेरे साथ ही रहोगी। मौका देखकर घरवालों से तुम्हें दूर ले जाऊंगा। अक्टूबर से इनका प्रेम प्रसंग शुरू हुआ। नाबालिग को बहला-फुसलाकर आरोपी युवक संबंध बनाता रहा। 20 जनवरी को जब घर पर कोई नहीं था। माता-पिता काम पर गए थे इस दौरान युवक आया और लड़की को भगा ले गया। 5 घंटे तक मोबाइल लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस ने आरोपी को ढूंढ निकाला और लड़की को भी परिजनों को सौंपा। इस पूरी कार्रवाई में प्रमुख भूमिका थाना प्रभारी निरीक्षक जीएस ठाकुर, महिला प्रधान आरक्षक नर्मदा कोठारी, भोप सिंह साहू, योगेश सिन्हा का विशेष योगदान रहा।