मुंगेली/ नगर पालिका मुंगेली अध्यक्ष पद के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग पुरूष आरक्षित होने के बाद से ही मुंगेली शहर में सियासी हलचल तेज हो गई है, साथ ही सोशल मीडिया को देखंे तो ऐसा लगता है कि हर कोई नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिये लालायित है, भले ही उसे विकास की परिभाषा मालूम न हो ? मुंगेली नगर पालिका में अभी हाल ही में हुये आरक्षण के बाद अब तीन बार लगातार अध्यक्ष रह चुके अनिल सोनी ही कांग्रेस के सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे साथ ही पूरा संगठन तथा युवा वर्ग भी इनके समर्थन में एकजूट हो गया है, एक ओर विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मुंगेली से हारने के बाद भी यदि कांग्रेसियों में उत्साह बना हुआ है तो उसका कारण प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के साथ-साथ नगर पालिका में कांग्रेस का अध्यक्ष होना है। साथ ही कांग्रेस पार्टी से अध्यक्ष पद हेतु अनिल सोनी के साथ साथ पूर्व जिलाध्यक्ष श्याम जायसवाल का नाम भी शामिल है, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा से पूर्व एल्डरमेन लेखू साहू, पूर्व पार्षद मोहन मल्लाह, जयपाल साहू, युवा नेता विनोद यादव की दावेदारी मानी जा रही है।
विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव परिणाम के मद्देनजर नगरीय निकाय चुनाव में हर सीट पर सत्ता की लाज बचाये रखने के लिए कांग्रेसियों ने भी अनिल सोनी को ही नपा अध्यक्ष प्रत्याशी बनाने पर अपनी सहमति दे दी हैं। साथ ही कांग्रेस पार्टी टिकट वितरण में किसी प्रकार की कोई चूक नही करना चाहती और विजयी होने वाले प्रत्याशी को ही टिकट देना चाहेगी। साथ ही जनता के बीच सर्वे में अनिल सोनी का नाम ही सबसे सशक्त दावेदार के रूप में सामने आया है। मुंगेली नगर पालिका में लगातार तीन बार स्वयं अनिल सोनी अध्यक्ष रहे है वर्तमान कार्यकाल में पिछले नगर पालिका में भाजपा के शासन काल मे भी अनिल सोनी की पत्नी श्रीमती सावित्री सोनी को प्रत्याशी बनाया गया और रिकॉर्ड मतों के अंतर से नगर पालिका अध्यक्ष निर्वाचित हुई जिसके कारण भी कांग्रेस संगठन भी अनिल सोनी को ही अपना उम्मीदवार बनाना चाहेगी।
अभी हाल ही में होने वाले नगर पालिका चुनाव में मुंगेली के कई भूमाफिया एवं जमीन दलाल भी काफी सक्रिय हो गये है, इससे पहले उनका नगर हित में किसी प्रकार का कोई विशेष सहयोग नही रहा, साथ ही दावेदारी करने वाले भूमाफियाओं एवं जमीन दलालों के चलते आज मुंगेली नगर सहित आसपास क्षेत्र अव्यवस्थित हो गया है साथ ही इनके द्वारा किये गये अवैध प्लाटिंग में मूलभूत जैसे कोई सुविधाओं के अभाव में वहां के रहवासियों को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही है और जमीन लेने वाले बहुत ही परेशान हो भटक रहे है, अभी हाल ही में मुंगेली में चंदा दे खुद को सुर्खियों में रख नगर पालिका अध्यक्ष बनने का सपना देखने वाले इन जमीन दलालों को मुंगेली की जनता कभी भी पसंद नही करेगी। फिलहाल अभी सभी को चुनावी बुखार चढ़ा हुआ है।