महुआ प्रसंस्करण केन्द्र का किया निरीक्षण
रायपुर। वन मंत्री ने कहा कि शासन द्वारा वन उत्पादों का वैल्यू एडीशन किया जा रहा है। वनों से प्राप्त होने वाले उत्पादों की मांग में वृद्धि हुई है। इसके लिए शासन द्वारा प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। श्री अकबर ने इस आशय के विचार आज राजनांदगांव प्रवास के दौरान गौरव पथ स्थित महुआ प्रंसस्करण केन्द्र के निरीक्षण के दौरान व्यक्त किए। महुआ प्रसंस्करण केन्द्र में लघुनोपज से निर्माण कर रहे महुआ स्क्वैश (शरबत), महुआ आरटीएस (जूस), महुआ चटनी, महुआ चिक्की, महुआ लड्डू, महुआ पापड़ी बनाए जा रहे हैं।
वन मंत्री ने महुआ प्रसंस्करण केन्द्र में कार्य कर रही महिलाओं से उत्पाद की जानकारी ली। प्रसंस्करण केन्द्र में स्थापित मशीनों के कार्य विधि तथा कच्चे माल कक्ष का अवलोकन किया। उन्होंने महुआ प्रसंस्करण केन्द्र में बनाए जा रहे उत्पादों के लाभ के बारे में जानकारी ली। उन्होंने महुआ प्रसंस्करण केन्द्र में बनाए जा रहे उत्पादों की सराहना की।
वनमंडलाधिकारी बीपी सिंह ने बताया कि राजनांदगांव जिला सघन वन एवं जैवविधिता से परिपूर्ण तथा समृद्ध है। यहां लघुवनोपज प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। अंचल में लघु वनोपज महुआ बहुतायत प्राप्त होता हैं। जहां विभिन्न श्रृंखला में महुआ से बने स्वादिष्ट उत्पाद महुआ स्क्वैश (शरबत), महुआ आरटीएस (जूस), महुआ चटनी, महुआ चिक्की, महुआ लड्डू एवं सूखा महुआ उपलब्ध है। प्रोटीन, फाइबर, कार्बाेहाइडेªट, आयरन एवं कैल्शियम से भरपूर महुआ स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। प्रोसेसिंग यूनिट में जामुन चिप्स भी बनाया जा रहा है, जो प्रोटीन, कार्बाेहाइड्रेट, आयरन, विटामिन ए एवं सी से भरपूर है और डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है। इस अवसर पर महापौर हेमा देशमुख, कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा, पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं आम नागरिक उपस्थित थे।