ग्रामीणों ने लिया बढ़चढ़कर हिस्सा, समस्याओं का किया गया त्वरित निराकरण
छुरा/गरियाबंद:- इन दिनों गरियाबंद जिला अन्तर्गत जनपद पंचायत छुरा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी(डिप्टी कलेक्टर)सुश्री रुचि शर्मा ने एक अभिनव पहल की हैं जिसमे “हमर गांव,हमर जिम्मेदारी”नाम से कार्यक्रम की शुरूआत की गई है जिसके तहत आज गरियाबंद जिला के अंतिम पर बसे ग्राम पंचायत पटपरपाली के सितला माता मंदिर प्रांगण में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी व उनका मौके पर समाधान भी किया। इस अवसर पर उन्होंने कई समस्याओं का समाधान करने का निर्देश भी दिए और तुरंत उनका निवारण किया। इस चौपाल कार्यक्रम में कई ग्रामीणों ने उन्हें अपनी अपनी समस्याएं बताई।ग्रामीणों ने बताया,कि राशन कार्ड के चलते खाद राशन सामग्री को लेकर भी कई समस्याएं भी है।जिन्हें तत्काल निराकरण किया गया इस पर उन्होंने अन्य ग्रामीण जनता से फीडबैक भी लिया और समस्या का निदान किया। उन्होंने शासन द्वारा चलाई जा रही अनेक योजनाओं के बारे में भी चर्चा की और उसके क्या लाभ है, यह ग्रामीणों के बताए गए जनपद पंचायत छुरा के सीईओ सुश्री रुचि शर्मा(डिप्टी कलेक्टर)ने इस अवसर पर कहा कि जिस योजना के जो भी व्यक्ति पात्र हैं वह उस योजना का लाभ जरूर उठाएं। वे इसी संबंध में “हमर गांव हमर ज़िम्मेदारी” कार्यक्रम के तहत हम गांव गांव जाकर चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुन रहे हैं और उनसे शासन द्वारा चलाई जा रही समस्त योजनाओं का फीडबैक भी ले रहे हैं,उल्लेखनीय है, कि जनपद सीईओ सुश्री शर्मा द्वारा लगातार ग्रामीण इलाकों का भ्रमण कर शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का जनता से खुद रूबरू होते रहीं हैं इस कार्यक्रम के तहत चौपाल लगाकर समस्याएं सुन रहे हैं और समस्याओं का मौके पर निराकरण भी कर रहे हैं।
जन चौपाल में ये रहें उपस्थित
पटपरपाली के आज के जन चौपाल में जनपद अध्यक्ष व जनपद उपाध्यक्ष सहित मुख्य कार्यपालन अधिकारी(डिप्टी कलेक्टर) सुश्री रुचि शर्मा के नेतृत्व में हुई,जिसमे करारोपण अधिकारी कार्तिक राम यादव एवम कयाराम यादव ,हेमलाल कवर,सुभाष चंद्र निर्मलकर सरपंच सचिव सहिंत सैकड़ो की तादात में ग्रामीण जन उपस्थित रहें।
अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को इन योजनाओं की दी गई जानकारी
जीपीडीपी के तहत चयनित होने वाली योजनाओं की समस्त प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई अधिकारियों ने कहा कि 2021-22 में होने वाले योजनाओं का चयन सोच-समझ कर करें ताकि पंचायत का चौमुखी विकास हो सके।
मनरेगा योजना अन्तर्गत ली जाने वाली योजनाओं पर रोजगार प्रकाश डाला गया,जिसमे संविधान की पंचायत संस्थाओं से अपेक्षा,73वां संविधान की विशेषताए, छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायतों के लिये विशिष्ट,त्रि स्तरीय पंचायत की संरचना, ग्राम पंचायत के कृत्य,ग्राम पंचायत सचिव की शक्तियां व कृत्य, सरपंच व उपसरपंच की शक्तियां व कृत्य, ग्राम सभा,पंचायतों की बैठक तथा कामकाज संचालन, लेखा एवम बजट,ग्राम पंचायत में आय के स्रोत व कर या फीस अधिरोपित करने की प्रक्रिया, कार्यालय एवम प्रवंधन,पंचायत एवम पदाधिकारीयों पर नियंत्रण,लोक सेवा गारंटी /राशन कार्ड, स्थायी समितियां,लेख बजट एवम अंकेक्षण,सामाजिक सहायता कार्यक्रम,ग्राम पंचायत विकास योजना जीपीडीपी,एनआरएलएम (बिहान) राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, पंचायत उपबंध(अनुसूचित क्षेत्रों का विस्तार)अधिनियम 1996 पेसा, सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, जन्म एवम म्रत्यु पंजीयन एवं वन अधिकार,निर्माण कार्य एवम अन्य,कमार एवम भुंजिया परियोजना का प्रशिक्षण दिया गया। “हमर गाँव हमर ज़िम्मेदारी”कार्यक्रम का उद्देश्य पंचायतों एवं ग्राम सभा की क्षमता व प्रभावशीलता में अभिवृद्धि पंचायतों में आम-आदमी की भागीदारी की प्रोन्नति, पंचायतों को लोकतांत्रिक रूप से निर्णय लेने एवं उत्तरदायित्व निभाने हेतु सक्षम बनाना, जानकारी एवं पंचायतों की क्षमतावृद्धि हेतु पंचायतों के संस्थागत ढांचे को मजबूत करना, 73वां संविधान संशोधन की भावना के अनुरूप अधिकारों एवं उत्तरदायित्वों का पंचायतों को सुपुर्दगी, पंचायती राज व्यवस्था के अन्तर्गत जन सहभागिता, पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व को सुनिश्चित करने हेतु ग्राम सभाओं का सुदृढ़ीकरण तथा संवैधानिक व्यवस्था के पंचायतों को सशक्त रूप देना है।