नई दिल्ली। भारतीय रेलवे अब ट्रेनों में एक नए क्लास के साथ सामने आ रही है। अब तक रेलवे के एसी कोचों में सिर्फ़ तीन क्लास थे लेकिन अब एसी थ्री टियर इकॉनमी क्लास
नाम का एक नया क्लास जल्द शुरू होने वाला है। ट्रेनों की इस श्रेणी के लिए बिल्कुल अलग तरह के कोच बनाए जा रहे हैं। रेलवे की कपूरथला स्थित रेल कोच फ़ैक्टरी में बन रहे कोचों की पहली खेप तैयार हो चुकी है।
मौजूदा ट्रेनों के एसी डिब्बों को फ़र्स्ट एसी, सेकेंड एसी और थर्ड एसी के तीन क्लास में विभाजित किया गया था। लेकिन अब एक चौथा क्लास भी होगा जिसे थ्री टियर एसी इकॉनमी क्लास कहा जाएगा।
नए कोच में रेलवे ने पहलीबार हाई वोल्टेज इलेक्ट्रिक स्विचगियर को कोच के भीतर से हटा कर ट्रेन के निचले हिस्से में लगाया है जिससे कोच में 11 अतिरिक्त सीटें लगाने में आसानी हो गई। मौजूदा ट्रेनों के एसी डिब्बों को फ़र्स्ट एसी, सेकेंड एसी और थर्ड एसी के तीन क्लास में विभाजित किया गया था। लेकिन अब एक चौथा क्लास भी होगा जिसे थ्री टियर एसी इकॉनमी क्लास कहा जाएगा।
जानें थर्ड एसी और थर्ड एसी इकॉनमी क्लास में क्या अंतर होगा-
-दोनों के कोच में मुख्य अंतर ये है कि थर्ड एसी में अभी 72 बर्थ होती हैं जबकि थर्ड एसी इकॉनमी क्लास में 83 बर्थ होगी। यानी इसमें 11 बर्थ ज़्यादा होंगी।
-इससे रेलवे की प्रति कोच आमदनी बढ़ेगी।
-थर्ड एसी का किराया पहले से बढ़ जाएगा और थर्ड एसी इकॉनमी नया क्लास आएगा
-थर्ड एसी के कोच में अधिक सीटें निकाल कर बनाए गए थर्ड एसी इकॉनमी क्लास की सीटें कुछ पास-पास होंगी।
थर्ड एसी से सस्ता होगा थ्री टियर इकॉनमी क्लास
थ्री टियर इकॉनमी क्लास या थर्ड एसी इकॉनमी क्लास के नए कोचों में यात्रा करना यात्रियों को महँगा नहीं पड़ेगा। इसका किराया थर्ड एसी के किराए के बराबर होगा। लेकिन थर्ड एसी का किराया बढ़ जाएगा।
नए बने एसी थ्री टियर इकॉनमी क्लास डिब्बों को अब ट्रायल के लिए भेजा जाएगा
किसी भी नए रेल इंजन या डिब्बों को यात्रियों के लिए पटरी पर लाने से पहले उसका परीक्षण रिसर्च डिज़ाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनायज़ेशन (आरडीएसओ) करता है। बुधवार को रेल कोच फ़ैक्टरी कपूरथला से बने पहले थ्री टियर इकॉनमी क्लास कोच को भी परीक्षण के लिए लखनऊ भेजा जाएगा। रेलवे का दावा है कि ये कोच विश्व में सबसे सस्ते एसी यात्री किराए वाले कोच होंगे। आरसीएफ़ कपूरथला में ऐसे 248 डिब्बे इस वित्त वर्ष में बनाए जाएँगे।
नए कोच की अन्य मुख्य बातें-
-नए कोच में रेलवे ने पहलीबार हाई वोल्टेज इलेक्ट्रिक स्विचगियर को कोच के भीतर से हटा कर ट्रेन के निचले हिस्से में लगाया है जिससे कोच में 11 अतिरिक्त सीटें लगाने में आसानी हो गई।
-इसमें प्रत्येक यात्री के लिए अलग से एक एसी डक्ट दिया गया है जिसे यात्री अपनी सुविधा से खोल या बंद कर सकते हैं।
-लाइटिंग बेहतर की गई है
-दीवारें और इंटीरियर काफ़ी बेहतर है।