स्वतंत्र तिवारी
मुंगेली/ मुंगेली को जिले का दर्जा क्या मिला यहां जमीन दलालों की बाढ़ सी आ गई और पूरा जिला इन जमीन दलालों और भू-माफियाओं के चंगूल मे फंस चुका है और वही दूसरी ओर जिला प्रशासन भी इन पर कड़ी कार्यवाही करने से कतरा रही है, स्वयं के आशियाने होने का सपना देखने वालों को जमीन के दलालों ने लूटने में कोई कसर नही छोड़ी है। इन जमीन के दलालों के द्वारा आम जनता को कम कीमत पर प्लाट देने का लालच देकर उन्हें अंधेरे में रखा जा रहा है और ग्राहक भी जानकारी व नियम कायदे के अभाव में भू-माफियाओं के चंगुल में फंसता जा रहा है। मुंगेली में अवैध प्लाटिंग प्रशासन के संरक्षण व सांठगांठ से हो रहा है तभी तो इस गोरखधंधे पर किसी प्रकार की कोई कड़ी कार्यवाही देखने को नही मिली है, आखिर कार्यवाही के नाम पर केवल खानापूर्ति क्यों की जाती है,,,? वर्तमान में मुंगेली के किसी भी कोने में किसी भी किसान या किसी जमीन मालिक से एक निर्धारित कीमत पर जमीन का सौदा कर कुछ राशि उसे बतौर एडवांस के रूप में दे दी जाती है उसके बाद उस खेत या जमीन में कुछ ट्रीप मुरूम या मिट्टी डलवाकर वहां थोड़ा जाने आने लायक रास्ता बना दिया जाता है और फिर प्लाट बेचने का बोर्ड लगा जमीन खरीदने वाले ग्राहकों को भ्रमित किया जाता है, साथ ही उस जमीन को डायवर्सन होना भी बताया जाता है इसी के चलते जमीन खरीददार फंस जाता है और जमीन खरीद लेता है जब वह मकान बनवाना चाहता है तब उसे भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अभी हाल ही में मुंगेली में फर्जी डायवर्सन के कई मामलें सामने आने वाले है…मुंगेली जिला प्रशासन के द्वारा अवैध प्लाटिंग के खिलाफ जल्द ही कानूनी कार्यवाही करने की आवश्यकता है उसके बाद ही इन पर नकेल कसी जा सकती है वरना यह कार्यवाही केवल कागजों में ही सिमट कर रह जायेगी। मुंगेली के रामगढ़, करही, देवरी रोड़, पंडरिया रोड़, रायपुर रोड़, नवागढ़ रोड़ सहित कई मार्गो व जगहों में अवैध प्लाटिंग का कार्य धड़ल्ले से जारी है।