बेंगलुरु। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक राकेश अस्थाना ने बुधवार को बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सीमा पर निगरानी करने और हथियारों, विस्फोटकों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए बहुत प्रभावी ढंग से ड्रोन का उपयोग कर रहा है। अधिकारी ने खुलासा किया है कि साल 2020 में इसी तरह की लगभग 77 घटनाएं देखी गई है। गौरतलब है कि तस्करों पंजाब और जम्मू के कुछ इलाकों को टारगेट करते हैं।
अस्थाना ने एयो इंडिया 2021 प्रदर्शनी में औद्योगिक संस्था एफआईसीसीआई द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी में कहा है कि पश्चिमी मोर्चे (पाकिस्तानी सीमा) पर 2019 में 167 बार ड्रोन देखे गए थे, जबकि 2020 में इस मोर्चे पर 77 बार ड्रोन देखे गए है। उन्होंने कहा है कि ड्रोन के जरिए हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और नशीले पदार्थ गिराने की घटनाएं हुई हैं, खासकर पंजाब और जम्मू सेक्टर में ये बार-बार देखे गए हैं।
वहीं जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में सेना का एक जवान शहीद हो गया है। रक्षा प्रवक्ता ने दुखद सूचना की जानकारी देते हुए बताया है कि इस साल नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन किए जाने की घटना में राजस्थान के जोधपुर निवासी सिपाही लक्ष्मण शहीद होने वाले चौथे जवान हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना ने राजौरी जिले के सुंदरबानी सेक्टर में अकारण गोलीबारी शुरू कर दी थी।
जिसके बाद दुश्मन की गोलीबारी का हमारे जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया था। उन्होंने बताया है कि गोलीबारी में लक्ष्मण गंभीर रूप से जख्मी हो गए और बाद में उनकी मृत्यु हो गई है। प्रवक्ता ने कहा है कि सिपाही लक्ष्मण एक बहादुर, बेहद प्रेरित और संजीदा सैनिक थे। राष्ट्र उनके सर्वोच्च बलिदान और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए हमेशा उनका ऋणी रहेगा। गौरतलब है कि इससे पहले, जनवरी में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलीबारी में सेना के तीन जवान शहीद हो गए थे।