मुंगेली/ थाना सिटी कोतवाली मुंगेली में दिनांक 03.01.2021 को सी. आर. नेताम वनक्षेत्रपाल मुंगेली के द्वारा परमवीर व अन्य के विरुद्ध न्यूज 24 का रिपोर्टर बनकर एवं सी.बी.आई. जांच का हवाला देकर लगभग 1 करोड 40 लाख रूपये की अवैध वसूली एवं रूपये न देने पर जान से मारने की धमकी देने के संबंध में शिकायत पत्र प्रस्तुत किया गया था मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुये थाना सिटी कोतवाली मुंगेली में अपराध कमांक 48/21 धारा 384, 386, 34 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मुंगेली श्री अरविंद कुमार कुजूर द्वारा तत्काल आरोपी पतासाजी हेतू टीम गठित कर निर्देशित करने एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुंगेली अनिल कुमार सोनी, एसडीओपी मुंगेली तेजराम पटेल के मार्गदर्शन में आरोपी परमवीर मरहास पिता स्व. प्यारा सिंह उम्र 40 वर्ष निवासी मिनोचा कालोनी बिलासपुर एवं वर्षा तिवारी पिता विपिन तिवारी उम्र 30 वर्ष निवासी नेचर सिटी बिलासपुर को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर बताये कि माह मई 2019 में आरोपी सरताज बताया कि रतनपुर के फारेस्ट रेंजर सी.आर. नेताम भ्रष्टाचार में लिप्त है जिसे मिलकर डरायेंगे धमकायेंगे तो हमे काफी लंबी रकम देगा । सरताज के बातों में आकर योजना बनाकर फारेस्ट आफिस रतनपुर जाकर रेंजर सी.आर. नेताम को आपके विरुद्ध भ्रष्टाचार का गंभीर शिकायत सी.बी.आई. के पास हुआ है जिसकी जांच सीबीआई चीफ द्वारा किया जा रहा है कहने पर सी. आर. नेताम द्वारा भ्रष्टाचार करने से इंकार करने पर उसे सी.बी.आई. द्वारा अण्डमान निकोबार जेल भेज देने पूरे परिवार सहित बर्बाद हो जाने आदि की धमकी देने पर रेंजर नेताम रकम देने राजी हो गये जिससे किश्त-किश्त में तीनों मिलकर कुल 1 करोड 40 लाख रूपये लिये थे। उक्त रकम से एक बुलेट मो.सा. कमांक सीजी 10ए.यू. 3853, एक स्विीफ्ट कार कमांक सीजी 11 ई 1785, एक सफारी कार कमांक सीजी 10 एनए 6647, तथा एक एक्टीव स्कूटर सोल्ड तथा सोने की जेवर खरीदना बताये उपरोक्त दोनों आरोपी के निशादेही पर नगदी 815000 रूपये एवं एक बुलेट, एक एक्टीवा, एक सफारी कार, एक स्विप्ट कार एवं सोने का चैन जुमला किमती 25,50,000 रूपये का जप्त किया जाकर आरापियों को दिनांक 04.02.2021 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया, प्रकरण के 01 आरोपी ईरानी मोहल्ला सरकंडा बिलासपुर निवासी सरताज फरार है।
उक्त मामलें में पुलिस प्रशासन को सूक्ष्मता से जांच और विवेचना करने की आवश्यकता है क्योंकि रकम करोड़ों में हैं और इतना पैसा प्रार्थी के पास कहाँ से और कैसे आया ? पुलिस के बताए अनुसार प्रार्थी ने किश्त किश्त में उक्त राशि अपने जमीन-जायदाद बेचकर किया गया, जो भी हो पर मामले में कई बातें बेहद ही संदेहास्पद नजर आ रही हैं पत्रकारों एवं जनता को कई बातें हजम नहीं हो रही हैं बहरहाल मामलें में पुलिस को बेहद गंभीरता से जांच करना होगा ताकि सच्चाई का खुलासा हो सके। मामलें में क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं जिसमें एक चर्चा यह भी हो रही हैं कि प्रार्थी रेंजर के बयानों एवं दस्तावेजों सहित साक्ष्यों का संकलन किया जाएगा तो हो सकता हैं प्रार्थी को लेकर भी कई खुलासे हो सकते हैं, विशेषज्ञों ने बताया कि शक की सुईयां प्रार्थी की तरफ भी जा रही हैं जो जांच के बाद स्पष्ट हो सकता हैं ? जानकारों की माने तो जब किसी से कोई अवैध वसूली करता हैं या रुपयों की मांग करता हैं तो थोड़ा बहुत रुपयों का लेनदेन माना जा सकता हैं परंतु इस मामलें में करोड़ों रुपये किश्त-किश्त में देने के बाद भी प्रार्थी रेंजर ने अपने किसी नजदीकी अधिकारी, कर्मचारी, पारिवारिक सदस्यों और मित्रों को जानकारी क्यों नहीं दी, क्योंकि जब कोई व्यक्ति मुसीबत में होता हैं तो अपने आसपास के लोगों को अपनी परेशानी जरूर बताता हैं परंतु इस मामले में प्रेस कांफ्रेंस में यह बात सामने आया कि प्रार्थी ने किसी को यह बात नहीं बताई जिससे भी कई संदेहास्पद स्थिति उत्पन्न हो रही हैं ?
उपरोक्त टीम में थाना प्रभारी सिटी कोतवाली मुंगेली निरीक्षक विश्वजीत सिंह, उप निरीक्षक अमित कुमार कौशिक, सउनि बी.पी. जांगडे, सउनि बी.आर. राजपूत , सउनि सुशील कुमार बंछोर, प्र.आर. मनीष सिंह, आरक्षक लोकेश सिंह, दिलीप साहू, गिरीराज परिहार, संजय यादव, दयाल गावस्कर, केकम सिंह, रवि मिंज, रमाशंकर जायसवाल, कमलेश यादव, महिला आरक्षक पुष्पा धुव, अनिता नेताम, निधी राजपूत का योगदान रहा।