रायपुर। मुख्यमंत्री ने देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले अमर शहीद गैंदसिंह को उनके शहादत दिवस (20 जनवरी) पर नमन किया है। छत्तीसगढ़ के इस महान सपूत को 20 जनवरी सन् 1825 को परलकोट के महल के सामने फांसी दी गई थी। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि शहीद गैंदसिंह ने अंग्रेजों के शोषण के विरूद्ध आवाज उठाई और बस्तर के आदिवासियों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया।
बस्तर के अबूझमाड़ में क्रांति की मशाल जलाने वाले शहीद गैंदसिंह को उनकी पुण्यतिथि पर गर्व और सम्मान के साथ याद किया जाता है। ऐसे वीर सपूत को छत्तीसगढ़ और पूरा देश नमन करता है। उनका बलिदान युगों तक याद किया जाएगा।