बिलासपुर। मजदूर कांग्रेस ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी, प्रधान मुख्य चिकित्सा निर्देशक व डीआरएम से मुलाकात कर उनसे मांग की पहले रेलवे के फ्रंटलाइन कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाए। दरअसल लाकडाउन के दौरान अपना व परिवार की जान जोखिम में डालकर सभी निष्ठापूर्वक कार्य करते हुए दायित्वों का निर्वहन किया है।
मजदूर कांग्रेस के मंडल समन्वयक बी कृष्ण कुमार की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान लिखित पत्र देकर मांग की गई। भारत सरकार की ओर से 16 जनवरी से प्रस्तावित टीकाकरण अभियान के प्रथम चरण में रेलवे में कार्यरत कोरोना वारियर्स कर्मचारियों को भी शामिल कर प्राथमिकता से टीके लगाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि 21 मार्च से जब देश में पूर्ण लाकडाउन घोषित किया गया था।
उस समय में देश हित में रेलवे कर्मचारी खुद को और परिवार को जोखिम में डालकर दायित्व का निर्वहन किए हैं। रेल कर्मचारी के इस योगदान से ही संभव हो सका की देश के अन्य हिस्सों में फंसे प्रवासी श्रमिक और सामान्य लोगों को घर तक पहुुंचाने और आवश्यक सामग्री परिवहन करते हुए उपलब्धता सुनिश्चित की। इसमें सबसे प्रमुख रूप से मेडिकल विभाग, रनिंग विभाग, इंजीनियरिंग विभाग, परिचालन विभाग, संकेत एवं दूरसंचार विभाग, मैकेनिकल विभाग, इलेक्ट्रिकल विभाग , वाणिज्य और अन्य विभागों के अधिकारियों का विशेष योगदान रहा।
कुछ रेलकर्मियों को संक्रमण के कारण अपनी जान भी गंवानी पड़ी। भारतीय रेल के योगदान को सराहना की गई। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन की भी अहम भूमिका रही। जोन के केंद्रीय चिकित्सालय को कोविड-19 अस्पताल में तब्दील कर संक्रमित मरीजों का उपचार किया गया। छत्तीसगढ़ शासन की ओर से इस उत्कृष्ट कार्य के लिए रेलवे को सम्मानित भी किया।