नई दिल्ली। देश में अब कोरोना वैक्सीन आ चुकी है और लोगों तक पहुंचने की कवायद भी तेजी से शुरू हो गई है। केंद्र सरकार के आदेशानुसार शनिवार यानी आज से कोविड -19 टीकाकरण अभियान का पूर्वाभ्यास सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शुरू हो गया है। इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई हैं।
ऐसा ही पूर्वाभ्यास कुछ दिन पहले चार राज्यों असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात में आयोजित किया गया था। उस दौरान सरकार ने अपनी व्यवस्थाओं का दुरुस्त माना था, तब सरकार ने और राज्यों में भी मॉक ड्रिल की बात कही थी।
देश में होने टीकाकरण मॉक ड्रिल की पूरी जानकारी
इस अभियान से ये सुनिश्चित किया जाएगा कि देशव्यापी टीकाकरण के लिए हम कितने तैयार हैं। इस अभियान का उद्देश्य को-विन एप के यूजर्स, कोरोना अभियान में उपयोग होने वाली साइटों, हेल्थ केयर वर्कर्स के डेटा अपलोड, टीकों की प्राप्ति, वैक्सीन आवंटन के साथ टीकाकरण टीम की तैनाती और सत्र स्थल पर रसद जुटाना जैसी तैयारियों को परखना है।
सरकार ये अभ्यास सभी राज्यों में कम से कम तीन सत्रों में आयोजित कराएगी। एक संबंधित प्रभारी डाक्टर तीन सत्र साइटों में से प्रत्येक में 25 परीक्षण लाभार्थियों या स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की पहचान करेगा जिसे वैक्सीन दी जाएगी।
20 दिसंबर को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार ही सबकुछ करने की योजना बनाई गई है।
कोरोना टीके से जुड़े किसी प्रश्न का उत्तर देने कि लिए राज्यों में राज्य हेल्पलाइन 104 जारी किया जा रहा है जो पहले से जारी 1075 की तरह ही काम करेगा।
यह मॉक ड्रिल दिल्ली में दक्षिण पश्चिम जिले के वेंकटेश्वर अस्पताल, मध्य जिले के दरियागंज औषधालय और शाहदरा जिले में गुरु तेग बहादुर अस्पताल में होगा।
महाराष्ट्र के पुणे, नागपुर, जालना और नंदुरबार में वैक्सीन का मॉक ड्रिल अभियान चलाया जाएगा।
वहीं झारखंड रांची, पूर्वी सिंहभूम, चतरा, पलामू और पाकुड़ में कोरोना वैक्सीन मॉक ड्रिल अभियान चलाएगा।
कर्नाटक में बंगलूरू शहरी क्षेत्र, बेलागवी, कालाबुरागी, मैसूरु और शिवमोग्गा में यह अभियान चलाया जाएगा।
साथ ही तमिलनाडु में चेन्नई नीलगिरी, तिरुनेवलेवी, तिरुवल्लूर और कोयम्बटूर में इस मॉक ड्रिल का संचालन होगा।
केरल में यह मॉक ड्रिल तिरुवनंतपुरम, इडुक्की, पलक्कड़ और वायनाड में आयोजित होगा।
कोविशील्ड को मिली मंजूरी
पूर्वाभ्यास से पहले ऑक्सफोर्ड एस्ट्रेजनेका की वैक्सीन कोविशील्ड को आपात इस्तेमाल की मंजूरी की सिफारिश मिली है। सीरम इंस्टीट्यूट के माध्यम से कोविशील्ड को लेकर भारत में तमाम परीक्षण किए जा रहे थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन के साथ शुक्रवार को हुई सीडीएससीओ की विशेषज्ञ समिति की बैठक में मंजूरी को लेकर विचार-विमर्श के बाद यह सिफारिश की गई।
इस सिफारिश के तहत ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 रोधी टीके कोविशील्ड
के भारत में आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिलेगी। दरअसल, सीडीएससीओ की विशेषज्ञ समिति ने कोविशील्ड को मंजूरी देने का अनुमोदन किया और इसके बाद अब ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) द्वारा गठित समिति ने भी इसके लिए अनुमोदन कर दिया है।
सभी तैयारियां पूरी
शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि टीकाकरण के पहले चरण को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हर राज्य में एक साथ पूर्वाभ्यास किया जाएगा। चूंकि भारत में पहला और दुनिया का सबसे बड़ा व्यस्क टीकाकरण कार्यक्रम संचालित करना है। इसलिए सरकारी तंत्र की पहले से पूरी तैयारी होना आवश्यक है। टीकाकरण शुरू करने से पहले इससे जुड़े अनुभवों को जानने के लिए ही पूर्वाभ्यास किया जा रहा है ताकि आने वाले समय में किसी राज्य या जिला प्रशासन को बड़ी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिन लोगों को टीका दिया जाना है उनकी सूची भी कोविन वेबसाइट पर ज्यादातर राज्यों ने अपलोड कर दी है। पहले चरण के तहत 30 करोड़ लोगों को टीका दिया जाएगा। इसमें स्वास्थ्य कर्मचारी, सुरक्षा जवान, पुलिसकर्मी, निगम कर्मचारी, 50 और उससे अधिक आयु के लोग एवं पहले से बीमार व्यक्तियों को टीका मिलेगा।
हर राज्य के तीन केंद्र पर पूर्वाभ्यास
स्वास्थ्य मंत्रालय ने हर राज्य की राजधानी में पूर्वाभ्यास कार्यक्रम संचालित करने के लिए कहा है। हालांकि राज्यों को यह भी छूट दी गई है कि वह राजधानी के अलावा कहीं अन्य जिले का चयन भी कर सकते हैं। कम से कम एक राज्य में तीन केंद्र पर पूर्वाभ्यास होना जरूरी है। हर केंद्र पर 25 स्वास्थ्य कर्मचारियों की पहचान होगी। इस दौरान किसी को भी टीका नहीं लगेगा लेकिन पूर्वाभ्यास ऐसा किया जाएगा जैसा कि टीकाकरण किया जा रहा है।
खामियों पर होगा सुधार
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूर्वाभ्यास के दौरान जो जो खामियां हमारे सामने आएंगी उनको दर्ज किया जाएगा। साथ ही अगले कुछ दिन में राज्यों को नए दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे। टीकाकरण को लेकर इन दिशा निर्देशों में पूर्वाभ्यास के दौरान मिलीं खामियों का जिक्त्रस् करते हुए उनके सुधार को लेकर भी अहम बातें साझा की जाएंगी।