रायपुर। मोदी सरकार के द्वारा छत्तीसगढ़ से चावल उठाने एफसीआई को अनुमति नहीं देने पर कांग्रेस ने भाजपा सांसदों को घेरा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार जानबूझकर छत्तीसगढ़ के किसानों से धान खरीदी में बाधा उत्पन्न करने के लिए किसानों को परेशान करने के लिए कस्टम मिलिंग के चावल को एफसीआई में जमा कराने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। दुर्भाग्य की बात है केंद्र सरकार के इस किसान विरोधी कृत्य का भाजपा के 9 सांसद मौन समर्थन कर रहे हैं।यह पहला अवसर नहीं है इसके पहले भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों के धान को 25 सौ रुपया प्रति क्विंटल केे दर सेे खरीदी और एक मुश्त2500 रु की राशि किसानों के खाते में जमा कराएं तब दूसरी बार किसानों के धान खरीदी में नियम शर्ते लगाने का काम मोदी भाजपा की सरकार ने किया था।और किसानों को धान के समर्थन मूल्य 1868 रु से अतिरिक्त राशि देने पर सेंट्रल पुल में चावल नहीं लेने की चेतावनी दी गई थी।अब तीसरे बार किसानों के धान खरीदी को सुचारू रूप से चलने से रोकने के लिए पहले तो बारदाना की आपूर्ति में बाधा उत्पन्न किया गया राज्य सरकार के द्वारा मांगे गए तीन लाख पचास हजार गठान बोरा में कटौती कर 1लाख 5 हजार गठान बोरा दिया गया अब जब छत्तीसगढ़ के 11लाख 50हजार किसानों से लगभग 50 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो गई है और लगभग 20 लाख मीट्रिक टन धान चावल बनाने दे दिया गया है ऐसे में एफसीआई में चावल जमा करने की अनुमति नहीं देकर मोदी भाजपा की सरकार ने एक बार और किसानों के धान खरीदी को प्रभावित करने षड्यंत्र कर काम रही है ।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 1 दिसंबर से शुरू हुई धान खरीदी के दूसरे दिन से राज्य सरकार ने एफसीआई में में चावल जमा कराने की अनुमति की मांग की है और लगातार मंत्री स्तर पर एवं अधिकारिक स्तर पर भी केंद्रीय खाद्य मंत्री से चावल जमा कराने की अनुमति मांगी जा रही है लेकिन धान खरीदी के एक महीना पूरा होने के बावजूद आज भी एफसीआई में चावल जमा कराने की अनुमति प्रदान नहीं करना मोदी भाजपा के किसान विरोधी कृत्य को प्रदर्शित करता है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है छत्तीसगढ़ की जनता ने भाजपा को 9 सांसद दिए हैं और उन सांसदों का रवैया भी किसान विरोधी है भाजपा के 9 सांसद जो केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर छत्तीसगढ़ को मिलने वाले केंद्रीय योजनाओं के पैसे को रोकने की मांग करते हैं मांग पत्र सौंपते हैं।अब एफसीआई को चावल लेने की अनुमति देने की ना तो मांग कर रहे है ना पत्र लिख रहे है। भाजपा के 9 सांसद जो किसानों के नाम से छत्तीसगढ़ में सत्याग्रह कर रहे थे अब मोदी सरकार के कारण किसानो पर हो रहे अत्याचार पर मौन है?भाजपा सांसदों का यह किसान विरोधी रवैया है इसके पहले भी प्रधानमंत्री मजदूर कल्याण योजना और कोरोना संकट काल में छत्तीसगढ़ को मिलने वाली मदद का विषय हो मजदूरों के घर वापसी का मामला हो किसान सम्मान निधि योजना से छत्तीसगढ़ के लाखो किसानों का नाम काटने का मामला हो, भाजपा के 9 सांसद छत्तीसगढ़ के विरोध में ही खड़े दिखे हैं। किसानों के नाम से घड़ियाली आंसू बहाने वाले भाजपा के सांसद अब किसानों के साथ हो रहे भेदभाव दोयम दर्जे के व्यवहार पर मौन है भाजपा सांसदों के निष्क्रियता का दुष्परिणाम छत्तीसगढ़ के किसानों मजदूरों यहां के युवाओं को उठाना पड़ रहा है आज छत्तीसगढ़ की जनता को अफसोस हो रहा है कि आखिर उन्हें भाजपा के 9 सांसदों को क्यों चुना है? भाजपा के 9 सांसद किसान के नाम से मात्र राजनीति बयानबाजी तक सीमित है।वास्तविक में भाजपा सांसदों का सहयोग छत्तीसगढ़ को नहीं मिल रहा है।