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मुंगेली कलेक्टर ने बैठक में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और नये वित्तीय वर्ष में योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करने दिये निर्देश

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स्वतंत्र तिवारी

मुंगेली/ कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज बुधवार को कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष मुंगेली में पथरिया विकासखण्ड के स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग खण्ड चिकित्सा अधिकारी, परियोजना अधिकारी और सुपरवाईजरों की बैठक लेकर विभागीय कामकाज की गहन समीक्षा की। उन्होने महिला एवं बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के सुपरवाईजरों को निर्देशित किया कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दें तथा आपस में समन्वय बनाकर बेहतर कार्य करें। उन्होने कहा कि विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन हो। उन्होने स्वास्थ्य कर्मचारियों को मुख्यालय में निवास करने, लक्ष्य अनुरूप शत प्रतिशत ए.एन.सी., प्रथम त्रैमास में पंजीयन, चतुर्थ ए.एन.सी. जांच, संस्थागत प्रसव, अक्रियाशील उप स्वास्थ्य केंद्रों को क्रियाशील करने एवं पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। चिरायु कार्यक्रम अंतर्गत स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार, क्षय, कुष्ठ एवं मलेरिया रोग नियंत्रण हेतु वित्तीय वर्ष 2018-19 के कमियों को चिन्हांकित कर वित्तीय वर्ष 2019-20 में लक्ष्य अनुरूप कार्य योजना बनाकर कार्य किये जाने हेतु निर्देश दिये गये। कलेक्टर ने अमोरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत सफाई कर्मी राजू रजक को कार्यो में लापरवाही बरतने पर निलंबित करने एवं मुख्यालय में नहीं रहने तथा स्वास्थ्य कार्यक्रमों में उपलब्धि कम पाये जाने के कारण अण्डा उप स्वास्थ्य केंद्र की ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक श्रीमती सावित्री कावड़े को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर डाॅ. भुरे ने समीक्षा के दौरान पथरिया विकासखण्ड के सेक्टर पुछेली, धरदेई, जेवरा, जगताकापा, भटगांव, अमोरा में संस्थागत प्रसव की कम प्रगति पाये जाने पर प्रगति लाने सुपरवाईजरों को निर्देश दिये। उन्होने सुपरवाईजरों से कहा कि जच्चा-बच्चा तक सीमित नहीं रहें, बल्कि स्वास्थ्य केंद्रों में गैर संचारी रोग, क्षय रोग मरीजों की बलगम जांच, कुष्ठ उन्मूलन, ब्लड प्रेशर, शुगर की जांच भी सुनिश्चित करें। जिला क्षय रोग अधिकारी से कहा कि मुंगेली जिले को क्षय रोग मुक्त जिला बनाये जाने की दिशा में काम करें। उन्होने महिला बाल विकास विभाग के सुपरवाईजरों से कहा कि स्वास्थ्य विभाग की सेक्टर बैठक में अवश्य जायें। जिला कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों का सतत निगरानी रखें। बैठक में शत प्रतिशत टीकाकरण, पूरक पोषण आहार, रेडी टू ईट की गुणवत्ता, आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की उपस्थिति, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की समीक्षा की गई। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी लोकेश चंद्राकर ने कहा कि स्वास्थ्य शिक्षा एवं महिला बाल विकास विभाग में संचालित गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बैठक में एसडीएम पथरिया डाॅ. आराध्या कमार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सी.पी. आगरे, जिला कार्यक्रम प्रबंधक उत्कर्ष तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र कश्यप, जिला क्षय रोग अधिकारी डाॅ. सुदेश रात्रे, पथरिया खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. बंजारे सहित सुपरवाईजर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, ए.एन.एम. उपस्थित थे।