स्वतंत्र तिवारी
बिलासपुर-मुंगेली – भारतीय लोकतंत्र में संसद जनता की सर्वोच्च प्रतिनिधि संस्था होती है। संसद ही इस बात का प्रमाण है कि हमारी राजनीतिक व्यवस्था में जनता सबसे उपर है, जनमत सर्वोपरि है। भारत देश की तस्वीर और तकदीर बनाने वाली संसद में जो नेता भारत के भाग्य विधाता बनकर बैठते है, उन्ही में से कई सांसदों पर एक निजी टीवी चैनल के स्टिंग आपरेशन में बड़ा खुलासा हुआ है, उस निजी न्यूज चैनल और अखबारों में छबे खबरों के अनुसार इस स्टिंग में बिलासपुर के भाजपा सांसद लखन लाल साहू भी फंसे हुये है जो वर्ष 2014 में भाजपा की टिकट पर पहली बार सांसद बने थे।
निजी न्यूज चैनल के खुफिया कैमरे पर उन्होंने अपनी चुनावी जीत की पूरी कहानी बताई, स्टिंग टीम ने उन्हें बताया कि वे एक ऐसी कंपनी से है जो नेताओं को चुनावी खर्च के लिए खरोड़ों रूपयें दिलाती है, बस फिर क्या था सांसद लखन लाल साहू ने लालच में तोते की तरह पूरी कहानी ही उगलनी शुरू कर दी। सांसद लखन साहू ने उस खुफिया कैमरे में कहा कि पिछले चुनाव में उन्होंने 15 करोड़ रूपए खर्च किये थे लेकिन दूसरी बार चुनाव में ज्यादा खर्चा करना पड़ता है। राजनितिज्ञों की माने तो टीवी चैनल की यह रिकॉर्डिंग लखनलाल का टिकिट कटने के पहले की है। जानकारी के मुताबिक चुनाव आयोग स्टिंग के बाद जांच के आदेश सम्बंधित जिला निर्वाचन अधिकारियों को दे दिए हैं। स्टिंग में लखनलाल बताते है कि चुनाव में किसी तरह से नकदी बांटनी पड़ती है, चुनाव में शराब भी जमकर बटती है, इस स्टिंग में साहू यह भी बोलते हुए नजर आये कि देश के बड़े नेताओ की रैलियों में कालाधन खर्च होता है। सांसद साहू ने खुलासा किये कि चुनाव के लिए करोड़ो रूपए का कालाधन वो अपने बेटे के जरिये मंगवाते है, वो अपने हाथों से कालाधन ले जाकर अपने कमरे में रखते है इतना ही नहीं ब्लैकमनी लाने-ले-जाने के लिए वो अपनी कार का भी बेखौफ होकर इस्तेमाल करते है क्योकि वो खुद कह रहे है कि उनकी गाड़ी भला कौन रोकेगा ?
बिलासपुर सांसद लखन साहू के निजी चैनल के स्टिंग में फंसे जाने की खबरें आई तब से पूरी बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां देखो वहां इसी विषय पर चर्चा होते सुना गया, चूंकि लखन साहू मुंगेली जिले के ही निवासी है इसलिये मुंगेली क्षेत्र की जनता ज्यादा आक्रोशित और खुद को अपमानित महसूस कर रही है, क्योंकि पिछली लोकसभा में लखन साहू के जीतने पर जो जनता इतनी खुश थी, वही अपने द्वारा चुनकर भेजे गये सांसद की काली करतूतों को जब स्टिंग टीम के द्वारा बनाये गये विडियों में सुना तो क्षेत्र की जनता ने कहा कि सांसद लखन ने उन्हें व जिले को अपमानित किया है, और मुंगेली के माथे पर यह कलंक बना रहेगा। अब देखना है कि इस मामले में जांच कब शुरू और कब खत्म होती है ? और चुनाव आयोग के द्वारा इस गंभीर मामलें में क्या कार्यवाही की जाती है ? क्या निजी चैनल द्वारा जारी इस विडियों की सत्यता की भी जांच चुनाव आयोग द्वारा की जायेगी ? यह भी एक बड़ी चुनौती है। वहीं दूसरी ओर भाजपा की ओर से कहा गया कि यह उनकी पार्टी को बदनाम करने की साजिश है, इसमें जांच के बाद सब साफ हो जायेगा, कौन सही है और गलत ?
सांसद लखन की स्टिंग का खामियाजा भाजपा प्रत्याशी अरूण को मंहगा न पड़ जाये ?
अभी लोकसभा चुनाव को लगभग कुछ ही दिन शेष है और बिलासुपर लोकसभा में कांग्रेस से प्रत्याशी के रूप में मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले अटल श्रीवास्तव है तो वही दूसरी ओर भाजपा के अरूण साव है, कल बिलासपुर सांसद लखन साहू के स्टिंग आपरेशन के बाद क्षेत्र की जनता से राय लिया गया तो जनता ने बताया कि सांसद लखन साहू के स्टिंग में जो बातें खुलासा हुई है उससे बिलासपुर लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी अरूण साव को कही न कही नुकसान तो उठाना पड़ेगा, इसमें एक बात और है कि जो सांसद लखन के समर्थक होगें वे उन्हें टिकट नही मिलने उनकी संवेदनाएं लखन के साथ थी पर स्टिंग के बाद वे भी सांसद लखन के कारण भाजपा के खिलाफ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लामबंद हो गये है। अब यह देखना होगा की लखन के इस स्टिंग आपरेशन से भाजपा को कितना नुकसान होता है ?