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तीन तूफानों ने रोक दी प्रदेश की ठंड

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रायपुर। दिसंबर का 8 दिन गुजर जाने के बावजूद रात का तापमान गिरने के बजाय बढ़ता जा रहा है। मौसम विज्ञानी इसे हाल ही में बने तीन सिस्टम को जिम्मेदार मान रहे हैं। रायपुर में न्यूनतम तापमान 16 डिग्री के आसपास है। जबकि नवंबर के पहले सप्ताह में तापमान 15 डिग्री तक आ गया था। इससे अनुमान लगाया जा रहा था कि इस बार प्रदेश में अच्छी ठंड पड़ेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। जम्मू-कश्मीर में पश्चिम विक्षोभ, निवार और बुरेवी तूफान के कारण उत्तर भारत से ठंडी हवा नहीं आ पाई। एक बार फिर 11 से 13 दिसंबर को रायपुर व बस्तर में बादल छा सकते हैं, क्योंकि हवा की दिशा दक्षिण होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम विक्षोभ है, जिससे कारण उत्तर से ठंडी हवा कम हुई है। प्रदेश के ज्यादातर स्थानों पर पिछले 15 दिनों से दिन का तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री तक ज्यादा रहा। मंगलवार को रायपुर का अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री रहा, जो सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा है। बाकी जिलों में भी दिन का तापमान दो से छह डिग्री ज्यादा है।
वहीं रात का तापमान भी कहीं पर एक से तीन डिग्री ज्यादा व दुर्ग में सामान्य से दो डिग्री कम है। मंगलवार को प्रदेश में सबसे कम तापमान अंबिकापुर का 11 डिग्री रहा। यह सामान्य था। सबसे अधिक तापमान रायपुर का 32.2 डिग्री रहा। सोमवार की तुलना में यह डिग्री ज्यादा है। नवंबर के पहले सप्ताह में मौसम विज्ञानियों का अनुमान था कि ला नीनो के असर से इस बार ज्यादा ठंड पड़ने के आसार है। इससे शीतलहर के दिन भी बढ़ेंगे। हालांकि ऐसा होता दिख नहीं रहा है। प्रदेश में अमूमन दिसंबर के आखिरी सप्ताह व जनवरी के पहले सप्ताह में शीतलहर की स्थिति होती है। अनुमान था कि ला नीनो के प्रभाव से दिसंबर के तीसरे सप्ताह से शीतलहर चल सकती है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस साल अंबिकापुर, पेंड्रारोड में ठंड कंपकंपा सकती है, क्योंकि सबसे ज्यादा ठंड दोनों स्थानों पर पड़ती है। हालांकि अभी ऐसी स्थिति नहीं है।
00 यह है ला नीनो
यह एक प्राकृतिक घटना है। प्रशांत महासागर में पानी का तापमान 0.5 डिग्री से कम पहुंच गया है। इसके असर से ठंड बढ़ेगी। इसे कोल्ड इवेंट भी कहा जाता है।
00 यह है पश्चिमी विक्षोभ
यह हवा का चक्रवाती घेरा है। पश्चिम की ओर ईरान, इराक, अफगानिस्तान, पाकिस्तान होते हुए चक्रवाती घेरा जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश पहुंचता है। इससे बर्फबारी या बारिश होती है। इसके असर से छग में ठंड बढ़ती है।
00 तापमान बढ़ने की है उमीद
लगातार सिस्टम बनने के कारण ठंड हल्की प्रभावित हुई है। 11 से 13 दिसंबर तक दक्षिण से हवा आने के कारण हल्के बादल आएंगे। इससे रात का तापमान हल्का बढ़ेगा। अभी मौसम में कोई विशेष परिवर्तन नहीं आएगा।
-एचपी चंद्रा मौसम विज्ञानी
00 इस तरह बने सिस्टम
23 नवंबर को अरब सागर में गति तूफान आया था, लेकिन प्रदेश में इसका कोई असर नहीं था।
25 नवंबर को बंगाल की खाड़ी में निवार महातूफान पुडुचेरी तट से टकराया था। इसके कारण राजधानी में हल्की बौछारें पड़ीं थीं। सरगुजा में कई स्थानों पर बारिश हुई थी।
3 दिसंबर को बंगाल की खाड़ी में बुरवी तूफान आया। हल्के बादल जरूर छाए। इसके कारण प्रदेश के कई स्थानाें पर दिन के तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी हुई थी।