मुंगेली/ भ्रष्टाचार के मामलें में मुंगेली जिला शुरू से अव्वल रहा हैं, जिसमें मनियारी जल संसाधन विभाग ने भ्रष्टाचार में महारत हासिल की हैं, बात चाहे निर्माण कार्य की करें, या मरम्मत कार्य की या फिर कोई सामग्री खरीददारी की…इन सभी में जमकर अनियमितता बरती जाती हैं।
मुंगेली शक्ति माई मंदिर के पीछे हुए नहर में लाइनिंग पिचिंग कार्य में भी विभाग के अधिकारियों एवं ठेकेदारों द्वारा भ्रष्टाचार करते हुए शासन को चुना लगाया गया हैं, क्योंकि वहाँ हुए निर्माण कार्य को साल भर भी नही हुये और अभी से लाइनिंग पिचिंग कार्य काफी जर्जर हो चुका हैं साथ ही प्राप्त जानकारी के अनुसार जितना निर्माण कार्य होना था उतनी दूरी तक निर्माण कार्य नही किया गया हैं जो जांच के उपरांत स्पष्ट हो जाएगा।
सन 2019 में मनियारी जल संसाधन विभाग मुंगेली में सूचना के अधिकार के तहत निर्माण, मरम्मत, भुगतान और सामग्रियों की खरीदारी के संबंध में जानकारी मांगी गई थी किंतु विभाग के कुछ भ्रष्ट बाबुओं की चालाकी के चलते जानकारी देने आनाकानी की गई, जिस पर अपीलार्थी ने प्रथम अपीलीय अधिकारी अधीक्षण अभियंता जल संसाधन मंडल बिलासपुर समक्ष प्रथम अपील की गई, सुनवाई के बाद प्रथम अपीलीय अधिकारी ने अपने आदेश में कहा कि जनसूचना अधिकारी द्वारा मनियारी जल संसाधन विभाग मुंगेली द्वारा प्रकरण में नियमानुसार कार्यवाही नहीं की गई हैं, इसीलिए वांछित जानकारी जनसूचना अधिकारी स्वयं के व्यय पर अपीलार्थी को निःशुल्क उपलब्ध कराए, इस आदेश के बावजूद भी संबंधित शाखा के बाबुओं द्वारा जानकारी प्रेषित नहीं की गई जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि इस विभाग के बाबू एवं अधिकारी भ्रष्टाचार में कितने डूबे हुए हैं, RTI आवेदन पर जानकारी न देना और प्रथम अपीलीय अधिकारी के आदेश के बाद भी जानकारी न देना मनियारी जल संसाधन विभाग की लापरवाही एवं अनियमितताओं को प्रदर्शित करता हैं, अपीलार्थी द्वारा द्वितीय अपील राज्य सूचना आयोग के समय ही कर दी गई थी परंतु कोरोना काल की वजह से मामला लंबित हैं।
मनियारी सिंचाई विभाग में हुए करोड़ों का खुलासा जल्द ही…