कोरबा। हसदेव नदी में सीतामढ़ी के पास नहा रहे दो बच्चे तेज बहाव की चपेट में आ गए। उसे बचाने एक अन्य बच्चे ने कोशिश की, लेकिन वह सफ ल रहा। वह वापस घर लौट कर इसकी जानकारी दी, तो हड़कंप मच गया। देखते ही देखते नदी के पास भीड़ लग गई। पुलिस व परिजनों ने कुदुरमाल स्टॉप डैम तक तलाश की। दोनों लापता बच्चों का पता नहीं चल सका।
जानकारी के अनुसार सीतामढ़ी निवासी व पान ठेला संचालक जितेंद्र सोनी का पुत्र दीपांशु सोनी 10, मजदूरी करने वाले शिव केंवट का पुत्र आरुष केंवट छह व रामेश्वर केंवट का पुत्र नीलेश केंवट नौ हसदेव नदी में रेतघाट के पास नहाने के लिए गए थे। दो दिन से हो रही तेज बारिश से हसदेव नदी का जल स्तर बढ़ा होने का आभास बच्चों को नहीं हुआ। पानी में तीनों नहाने उतर गए, पर तेज बहाव में दीपांशु बहने लगा। आरुष ने उसका हाथ खींच कर बचाने प्रयास किया, पर वह भी पानी के तेज बहाव में आ गया। इस बीच तीसरे बच्चे नीलेश ने दोनों को बचाने का प्रयास किया, लेकिन उसकी नजर के सामने दोनों बच्चे बह गए। भागते हुए नीलेश घर पहुंचा और घटना की जानकारी परिजनों को दी। आनन-फ ानन में सभी लोग घटनास्थल पहुंचे और बच्चे की तलाश शुरू की। इस बीच सिटी कोतवाली पुलिस भी सूचना मिलने पर स्थल पर पहुंच गई। वार्ड पार्षद संतोष लांझेकर के साथ स्थानीय स्तर पर तलाश करने के साथ ही एक टीम कुदुरमाल में बने स्टॉप डैम तक गई। लेकिन बच्चों का कहीं पता नहीं चला। रात होने के कारण तलाशी अभियान रोक दिया गया।