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मुठभेड़ मे मारे गए व्यक्ति को मप्र पुलिस बता रही नक्सली, ग्रामीण कह रहे मछुआरा

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परिजनों ने की जांच की मांग
कवर्धा।
मध्यप्रदेश पुलिस और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में कबीरधाम का एक ग्रामीण मारा गया। मृतक के परिजनों ने झलमला थाना पहुंचकर मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। मृतक के परिजन और ग्रामीण मंगलवार को झलमला थाना पहुंचे और उन्होंने मध्यप्रदेश पुलिस पर उनके पुत्र के हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि मृतक झामसिंह को माओवादी मानकर मार दिया गया।
परिजनों ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन मामले में एफआईआर दर्ज नहीं किया गया। वहां पर मौजूद थाना प्रभारी ने ग्रामीण व मृतक के परिजनों को बताया कि मामला मध्यप्रदेश के गढ़ी थाना का है। वहां पर एफआईआर दर्ज कर लिया गया। इसके लिए जो भी जांच व कार्रवाई है वही से होगी। इस तरह समझाकर परिजन व ग्रामीणों को लौटा दिया गया।
मामले में मृतक के भाई नेमसिंह ने पुलिस को बताया कि उनके गांव से कुछ दूरी पर कान्हा लगता है वहां पर वह अपने भाई मृतक झाम सिंह के साथ मछली मारने गया था। वापस आते समय कुछ वर्दीधारी उन्हें रुकने के लिए कहा। लेकिन वह नहीं रुका और भागते गए। इसी दौरान पीछे से उन्होंने फायरिंग कर दी। गोली झामसिंह को लगा और वहीं गिर गया, जबकि नेमसिंह अपनी जान बचाते हुए वहां से भाग निकला। गांव आकर उसने घटना परिजना, ग्रामीण और झलमला पुलिस को बताया।
घटना रविवार शाम मध्यप्रदेश के गढ़ी थाना अंतर्गत की है। यहां पर फायरिंग से ग्राम खिलाही-बालसमुंद ग्राम पंचायत शीतलपानी थाना झलमला जिला कबीरधाम (छत्तीसगढ़) निवासी झामसिंह पिता पंजूसिंह धुर्वे (42) की मौत हुई। मध्यप्रदेश की पुलिस मृतक को माओवादी या फिर माओवादियों का सहयोगी बता रहा है जबकि ग्रामीण इस बात से इनकार कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार मध्यप्रदेश पुलिस को गढ़ी थाना अंतर्गत उमररझोला के पास में माओवादी देखे जाने की सूचना मिली। मध्यप्रदेश सुरक्षा बल और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। कई राउंड फायरिंग भी हुई। दूसरे दिन सोमवार की सुबह पुलिस टीम सर्चिंग किए तो एक शव बरामद किया गया। मृतक के शरीर पर यूनिफार्म नहीं था। मामले में झलमला थाना पुलिस ने गढ़ी थाना पुलिस को मृतक की जानकारी दी। पुलिस मृतक के परिजनों साथ गढ़ी पहुंचे। देर रात शव लेकर वापस हुए। मंगलवार को अंतिम संस्कार किया गया।