कोरबा। कोतवाली थाना अंतर्गत मानिकपुर चौकी क्षेत्र के दादरखुर्द में परशुराम नगर निवासी प्रो. सुरेशचंद्र तिवारी को धोखाधड़ी के मामले में मानिकपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जमीन के मामले में स्थानीय लोगों के साथ.साथ हाइप्रोफाइल लोगों को भी अवैध तरीके से प्लाटिंग कर जमीन को बेचकर मोटी रकम हासिल किया है। प्रो. तिवारी ने बिहार सरकार के पूर्व सचिव सेवानिवृत्त जगदीश प्रसाद मिश्रा को कूटरचित ढंग से जमीन का रजिस्ट्री करा कर15 लाख रूपए का चूना लगा दिया है।
जानकारी के अनुसार पटवारी हल्का नम्बर 21 के खसरा नंबर 905/2 रकबा 12 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री का सौदा 15 लाख रुपए में हुआ था और यह राशि 5 लाख रुपए एसबीआई से एडवांस, 5 लाख रुपए रजिस्ट्री के समय एवं 5 लाख एसबीआई एकाउंट से जगदीश प्रसाद मिश्रा ने सुरेश चंद्र तिवारी को भुगतान किया था रजिस्ट्री के वक्त खर्च हुए डेढ़ लाख रुपए भी जगदीश प्रसाद मिश्रा ने स्वयं से भुगतान किया था जमीन खरीदने के बाद नामांतरण के लिए आवेदन स्थानीय तहसील में प्रस्तुत किया था इस पर प्रो. तिवारी की पत्नी श्रीमती सुधा तिवारी ने आपत्ति लगा दी, जिससे नामांतरण आदेश निरस्त हो गया। बाद में श्री मिश्रा ने तहसीलदार के समक्ष आवेदन पेश किया और हल्का पटवारी को जांच के निर्देश दिए। जांच में पटवारी ने पाया कि सुरेश चंद्र तिवारी के खाता में एक भी जमीन नहीं है और यदि 12 डिसमिल जमीन का नामांतरण होता है तो वह सरकार की जमीन होगी। आपको बता दें कि सुरेशचंद्र तिवारी के नाम 1 एकड़ जमीन ही है, जिसे वह अवैध प्लाटिंग कर कई लोगों को बिक्री कर चुका है और फर्जी जमीन रजिस्ट्री के मामलों में शिकायतें भी दर्ज हैं। फिलहाल अपने साथ हुए धोखाधड़ी की जानकारी होने पर पूर्व सचिव जगदीशप्रसाद मिश्रा ने मानिकपुर चौकी में प्रो. सुरेशचंद्र तिवारी के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है। चौकी प्रभारी एस आई अशोक पांडे ने बताया कि मामले में षड्यंत्रपूर्वक धोखाधड़ी के जुर्म में धारा 420, 120 बी भादवि के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के मार्गदर्शन में कार्रवाई कर गिरफ्तार कर लिया गया है।