रोजाना दर्जनों मरीज आ रहे सामने
रायपुर। राजधानी रायपुर सहित छत्तीसगढ़ में इस समय कोरोना भयावह स्थिति का रूप लेते जा रहा है। प्रदेश में रोजाना औसतन 50 से अधिक मरीज सामने आ रहे हैं जो कि चिंता का विषय है। यदि यही रफ्तार कायम रही तो इस माह के अंत तक प्रदेश में स्थिति खतरनाक हो सकती है। हालांकि राहत की बात यह भी है कि कोरोना संक्रमितों के रिकवरी रेट भी बढ़ रहा है।
राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के सभी स्थानों से रोजाना कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। यह सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसके चलते आम लोगों में भी अब इस बीमारी को लेकर भय का देखा जा सकता है। दूसरी ओर बाजारों में भीड़भाड़ बढऩे के कारण भी यह संक्रमण तेजी से अपना पैर पसार रहा है। दूसरी ओर सामाजिक दूरी का कड़ाई से पालन न होने के कारण भी संक्रमण का ग्राफ ऊपर चढ़ रहा है। प्रदेश में इस समय कोरोना संक्रमण का जो आंकड़ा है, वह लॉकडाउन के हिसाब से कई गुना अधिक बढ़ चुका है। लॉकडाउन के दौरान एम्स में गिनती के मरीज ही उपचार के लिए आ रहे थे। लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद से ही एम्स सहित अन्य चिन्हांकित अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों की बाढ़ सी आ गई है। इसे लेकर अधिकारीगण भी सकते में आ गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों के माथों पर पड़ रही चिंता की लकीरें इस बात को भी स्पष्ट करती है कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण की स्थिति कितनी बिगड़ चुकी है। हालांकि दूसरी ओर राहत की बात यह है कि प्रदेश में जिस हिसाब से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, उसके मुकाबले ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है।