सरकार से अनुमति से मिलने के बाद भी आपरेटर परेशान
रायपुर। लाक डाउन के पांचवें दौर में अनलॉक 2.0 में शासन द्वारा बसों को शासन द्वारा बसों को प्रदेश के अंदर अंतरजिला में जाने के लिए अनुमति मिल गई है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य शर्तों के चलते जहां सवारी गंतव्य स्थान जाने के लिए नहीं मिल रही है वहीं लोकल सवारी कम होने के कारण रायपुर से दुरस्थ स्थानों के लिए जाने वाली बसों के पहिए थम गये हैं। ऑपरेटरों का कहना है कि पांच दस सवारी लेकर वे बसों का संचालन करने में असमर्थ है। वहीं कोरोना वायरस पाजीटिव की संख्या में लगातार वृद्धि होने के कारण लोग यात्रा करने में घबरा रहे हैं। उक्त स्थिति के मद्देनजर कब तक बस के पहिए थमे रहेंगे यह कहना मुश्किल है। बस ऑपरेटर संघ के पदाधिकारी रजा के अनुसार सवारियां मिलने पर ही बसों का संचालन संभव हो सकेगा। सवारी के अभाव में डीजल पेट्रोल जलाकर बसों का संचालन करना कठिन है साथ ही उन्होंने कहा कि अधिकांश आपरेटरों ने बैंकों से बसों के लिए लंबा चौड़ा लोन लिया है। गत तीन माह से बसों के पहिए थमने के कारण लोन की किश्तें भी नहीं पट पाई हैं। बस ऑपरेटर इन दिनों संकट के दौर से गुजर रहे हैं। यह स्थिति कब तक रहेगी इसे बताना बस ऑपरेटरों के अनुसार मुश्किल है।