रायपुर. मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के सभी कलेक्टर और एसपी की क्लास ली जहाँ भूपेश ने अफसरों को संतोषजनक काम ना करने के लिए घुड़की लगाई। उन्होंने कहा कि आम लोग जनदर्शन में उस स्तर की समस्याएं लेकर आ रहे हैं जो कलेक्टर और एसपी स्तर पर ही निपटाई जा सकती हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि कलेक्टर और एसपी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर नामांतरण, बंटवारा और थाने में गलत एफआईआर जैसे काम लेकर लोग अगर मुख्यमंत्री के पास आएंगे तो इसका मतलब यही हुआ कि कलेक्टर, एसपी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कलेक्टर को आम आदमी की परेशानियों को समझना चाहिए। इस दौरान उन्होंने डीएमएफ के फिजूलखर्ची की बात भी उठाई। उन्होंने कहा कि इसका सही उपयोग नहीं हो पा रहा। इस राशि से बड़ी बिल्डिंग बनाने से कोई फायदा नहीं होगा। इस राशि से टीचर, डाक्टर नियुक्त करेंगे तो बेहतर होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि डीएमएफ माईनिंग प्रभावित लोगों का जीवन स्तर उठाने के लिए, उनके कल्याण के लिए है न कि ठेकेदारों के लिए। हालांकि कॉन्फ्रेंस खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरा कहा कि मुझे अपने अफसरों पर भरोसा है। मुझे काम कराना आता है और जो नहीं करता उससे भी काम कराना आता है।