मुंगेली/ वर्तमान में मुंगेली जिला अवैध कालोनाईजरों के शिकंजे में है, और जिला प्रशासन मुकदर्शक बना हुआ है। मुंगेली को जिला बने अभी लगभग 8 वर्ष से अधिक हो गये परंतु यहां भू-माफियाओं, जमीन दलालों ने शासन प्रशासन के नियमों-कायदों को नजर अंदाज करते हुये उनके ही संरक्षण में अवैध रूप से प्लाटिंग कर तथा अवैध कालोनी विकसित कर आम जनता जो बेवकूफ बना रहे हैं। शहर व ग्रामीण में क्षेत्रों में गिने चुने ही है जो कालोनाईजर का लाईसेंस बनवा पाये है और वे भी टाउन एण्ड कन्ट्री प्लानिंग के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है, और यदि टाउन एण्ड कन्ट्री प्लानिंग से भी अनुमति मिल गई है तो उनके द्वारा छत्तीसगढ़ नगर पालिका (कालोनाईजर का रजिस्ट्रीकरण, निर्बधन तथा शर्तो) तथा छत्तीसगढ़ ग्राम पंचायत (कालोनाईजर का रजिस्ट्रीकरण, निर्बधन तथा शर्तो) नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है और जिला प्रशासन के अधिकारी मौन धारण किये हुये है। अधिकांश प्लाटिंग एवं कालोनी का निर्माण तो जिला मुख्यालय करही, बिलासपुर रोड, नवागढ़ रोड, उसके आसपास सहित सभी मार्गो में हो रहा है।
दिनांक 15.01.2018 को कलेक्टर एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी को पत्र के माध्यम से तत्कालीन दो पत्रकारों के द्वारा लिखित में आवेदन देकर कहा गया था कि मुंगेली नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गतअवैध कालोनियों में निर्माण व मरम्मत कार्य अथवा अन्य कोई सुविधा नही दी जाये, अवैध कालोनियों में नगर पालिका द्वारा कराये जा रहे निर्माण व मरम्मत कार्यो के चलते नगर पालिका को आर्थिक क्षति हो रही है। और नियमानुसार कालोनियों में मूलभुत सुविधाओं की संपूर्ण जवाबदारी कालोनाईजर की होती है उसके बाद भी अभी वर्तमान में नगर पालिका के द्वारा अवैध प्लाटिंग एवं अवैध कालोनियों में कई प्रकार के निर्माण व नये कार्य किये जा रहे है अभी हाल ही में नवागढ़ रोड स्थित अवैध कालोनी एवं अवैध प्लाटिंग में नगर पालिका द्वारा नलजल योजना से संबंधित पाईप लाईन बिछाने का कार्य किया जा रहा है, कुछ जनप्रतिनिधियों एवं नेताओं ने कहा कि नगर पालिका के द्वारा कहीं जमीन दलालों से मोटी रकम लेकर उन्हें फायदा पहुंचाने की कोशिश तो नही की जा रही ? जिसकी शिकायत कलेक्टर से की जाने की जानकारी मिली है जिस पर कलेक्टर ने कार्यवाही का आश्वासन दिया है।