सेवा और शिक्षा के लिए समर्पित डीएलएस
बिलासपुर। डी.एल.एस. स्नातकोत्तर महाविद्यालय में लॉकडाउन के दौरान भी अकादमिक गतिविधियाँ निरन्तर चल रही हैं। इसके लिए पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से करवाई जा रही है।
महाविद्यालय के चेयरमैन बसन्त शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन की इस अवधि में महाविद्यालय के स्टाफ व बच्चों द्वारा सामाजिक जागरूकता व भयमुक्त वातावरण बनाने के हर सम्भव प्रयत्न किए जा रहे हैं। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ रंजना चतुर्वेदी ने बताते हुए कहा कि महाविद्यालय के हर विभाग – भूगोल,अंग्रेजी, इतिहास, वनस्पति शास्त्र, प्राणी शास्त्र, भौतिकी शास्त्र, रसायन शास्त्र, कंप्यूटर साइंस, मैथमेटिक्स, माइक्रोबायोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, सोशल वर्क, सोशियोलॉजी, पॉलिटिकल साइंस, हिंदी,कॉमर्स आदि समस्त विभाग में व्हाट्सएप , वीडियो कॉल या अन्य ऑनलाइन एप्लीकेशंस के द्वारा पीजी क्लासेस चल रही हैं।
विविध असाइनमेंट भी ऑनलाइन ही दिए जा रहे हैं । शिक्षक (मेंटर) द्वारा ‘मेंटल-वैलनेस प्रोग्राम’ के अंतर्गत समय-समय पर बच्चों की काउंसलिंग भी की जा रही है ताकि वे इस अनिश्चित काल में डिप्रेशन या अन्य किसी मानसिक रोग से ग्रस्त न हों अपितु यह समय अपने परिवार के साथ घर में बिताएं।
महाविद्यालय के स्टूडेंट्स ने स्वरचित कविता एवं चित्र के माध्यम से करोना अवेयरनेस प्रोग्राम मे हिस्सा लिया जिसे कालेज के फेसबुक वॉल पर लगाया गया है। इसके साथ ही अनेक शिक्षक छत्तीसगढ़ हायर एजुकेशन पोर्टल के लिए वीडियो लेक्चर , पीडीएफ या पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से लेक्चर अपलोड कर रहे हैं, शिक्षक ऑनलाइन पोर्टल स्वयं द्वारा फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम कर रहे हैं, जो शिक्षक पीएचडी कर रहे हैं वे रिसर्च कार्य में थिसिस राइटिंग या रिसर्च पेपर राइटिंग में संलग्न है इसके साथ ही कॉलेज के आइक्यूएसी सेल ने गूगल फॉर्म के जरिए अवेयरनेस प्रोग्राम आईसीटी एवं करोना महामारी के विषय में भी करवाया है जिसमें स्टूडेंट्स व शिक्षकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया साथ ही साथ स्टूडेंट्स व शिक्षकों ने अन्य एजेंसी से भी करोना अवेयरनेस प्रोग्राम के सर्टिफिकेट हासिल किए हैं। आगामी सत्र के लिए भी लेसन प्लान क्वेश्चन बैंक और अन्य गतिविधि की भी प्लानिंग की जा रही है।
महाविद्यालय के समाज कार्य विभाग द्वारा लॉकडाउन में गरीबों को राशन वितरण, मास्क-वितरण, सैनिटाइजर वितरण, जागरूकता फैलाने के साथ-साथ मूक जीवों के भोजन की व्यवस्था, परिंदों एवं मवेशियों के लिए जल-पात्र की व्यवस्था आदि की जा रही है। समाजकार्य विभाग की विभागाध्यक्ष अंकिता पाण्डेय अपनी टीम के साथ उक्त कार्य कर रही हैं।
महाविद्यालय के रासेयो विभाग के स्वयंसेवक भी इस वैश्विक महामारी के खिलाफ जागरूकता अभियान मे लगे हुए हैं। इसके अंतर्गत जरूरतमंदों तक खाना पहुँचाने का कार्य, सेनेटाइजर का उपयोग कैसे किया जाए, सामाजिक दूरी कैसे बना के रखी जाए, सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों तक पहुँचाने का काम किया है तथा ‘आरोग्य सेतु एप’ डाउनलोड करवाकर इस ऐप का उपयोग कैसे करके इस संक्रमण से बचें,बताया जा रहा है। इसमें स्वयंसेवक सुजय बरगाह, शिखर श्रीवास्तव, रविकांत, करण प्रजापति, पल्लवी खोटेले व वरिष्ठ स्वयंसेवकों आदि ने करीब 1000 सेनेटाइजर व मास्क, सरकण्डा, ग्राम नगोई, जांजी(सीपत), तालापारा(बिलासपुर), व अपने निवास के आसपास वितरण कर, जागरूक किया गया। रासेयो इकाई ने कोरोना संक्रमण के बचाव से संबंधित आनलाईन प्रतियोगिता भी करवाई जिसमें 120 बच्चों ने सहभागिता की है सभी बच्चों को ई- प्रमाण-पत्र भी दिया जा रहा है । वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से रोजाना इसके बचाव हेतु विविध प्लान, कार्यक्रम अधिकारीयों प्रताप पाण्डेय व सुश्री संस्कृति शास्त्री व सहा कार्यक्रम अधिकारियों सुश्री अंकिता पाण्डेय, हर्षिता शर्मा, अंजली शर्मा द्वारा सुचारू रूप से किया जा रहा है!
उल्लेखनीय है कि बिलासपुर पुलिस विभाग द्वारा समाज कार्य विभाग से अंकिता पाण्डेय व रासेयो से विशाल लास्कर को ‘विशेष पुलिस अधिकारी’ के रूप में नियुक्त किया गया है, जिसमें ये विकट परिस्थितियों में पुलिस के साथ कदम से कदम मिलाकर सहयोग कर रहे हैं।
महाविद्यालय प्रबंधन व प्राध्यापकगण अशोक जोशी, उमेश जाधव, एम एस परिहार, राकेश दीक्षित, सतीश गोयल, विजय वैष्णव, संजय दुबे, अपर्णा दुबे, सुनीता द्विवेदी, नाजनीन खान, डॉ गीता तिवारी, डॉ स्वाति शर्मा, डॉ नेहा बेहार, डॉ समीक्षा शर्मा, सुमित दुबे, वंदना तिवारी, किरण जायसवाल, संगीत बंजारे, नम्रता गुप्ता, सारिका श्रीवास्तव, सुधा गोयल, सुष्मिता मिश्रा, सरिता चन्द्रवँशी, अर्चना तिवारी, रीमा दत्ता, शोभना कोशले, भारती भोंसले, पूजा यादव, गीतिका यादव, वीणा राठौर, यामिनी बिनकर, धर्मेंद्र शास्त्री, राकेश शर्मा, संजय उपाध्याय, अंजली शर्मा, वर्षा श्रीवास, सुनंदा सोनी, प्रज्ञा साह, दीपिका राजपूत, सुषमा सोनी, कुमुदनी पालेकर, निशा कँवर, नीतीश शर्मा, शुभम पाण्डेय, मनुराज पाण्डेय, ऋषि तिवारी, सत्येंद्र कैवर्त्य, संजय कैवर्त्य, इंद्र कुमार, रामकुमार कोरी, आशुतोष साहू आदि सभी इस लॉक डाउन की अवधि को छात्र-छात्राओं हेतु अधिकाधिक उपादेय बनाने के कार्य में जुटे हुए हैं।