पार्थिव शरीर को लाया जाएगा गृह ग्राम
कांकेर। भारत के लद्दाख सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण है गत 15 सोलह जून को कायरता का परिचय देते हुए चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर धोखे से हमला किया इस हमले में भारत की सेना के तरफ से एक कमांडिंग अफसर समेत 20 जवान वीरगति को प्राप्त हुए वीरगति प्राप्त होने वाले जवानों में से एक छत्तीसगढ़ का होनहार लाल भी शामिल है। मई से इस घटना में दोनों तरफ से सैनिकों की मौत हुई। दुश्मनों से लोहा लेते हुए भारतीय वीर सैनिकों ने तिरालिस चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिए हैं जिनमें से उनका एक कमांडिंग अफसर भी शामिल है।
गौरतलब हो कि पहले तो केवल एक अफसर और 2 जवानों के शहीद होने की सूचना मिली थी लेकिन कल रात्रि 20 भारतीय जवानों के शहीद होने की जानकारी मिली।
चीनी सैनिकों से लोहा लेने वाले छत्तीसगढ़ के कांकेर का गणेश कुंजाम शामिल है। शहीद गणेश ने 2011 में आर्मी ज्वाइन की थी करीब 1 माह पूर्व ही चीन बॉर्डर पर उसकी पोस्टिंग हुई थी लेकिन इस हिंसक झड़प में अन्य जवानों के साथ उसने भी अपनी जान गवा दी।
जानकारी मिलते ही गांव में शोक
जानकारी मिलते ही शहीद गणेश के गृह ग्राम में शोक की लहर उमड़ पड़ी है। वही उसके लिए देश की शहादत पर गर्व भी महसूस किया जा रहा है। घर के बाहर शहीद गणेश अमर रहे के नारे गूंज रहे है। शहीद का पार्थिव शरीर गृह ग्राम लाकर राजकीय सम्मान के साथ उसे अंतिम विदाई दी जाएगी।