अभिनेत्री यामी गौतम ने कहा कि वह विभिन्न भूमिकाएं अदा कर आश्चर्य को बरकरार रखना पसंद करेंगी। फिल्म इंडस्ट्री में आठ साल पूरे कर चुकी यामी अधिक कहानियों और शैलियों में काम करने के लिए उत्सुक हैं।
यामी ने साल 2012 में आई फिल्म विक्की डोनर से बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की थी। बाद में उन्होंने बदलापुर, सनम रे, काबिल, सरकार 3, उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक और बाला जैसी फिल्मों में अभिनय किया।
यामी को लगता है कि इन वर्षों की इस यात्रा ने उन्हें मजबूत बनाया है।
यामी ने कहा, यदि इंडस्ट्री की अपनी यात्रा को संक्षेप में कहना हो, तो मैं कहूंगी कि मैं सभी के प्रति धन्यवाद व्यक्त करती हूं। इसमें मेरी प्रतिभा पर विश्वास करने वाले फिल्म निर्माताओं और कुछ खास लोगों सहित जीवन का वह चरण भी शामिल है, जब मैंने जिस तरह प्लानिंग की और सफल नहीं हुई। ऐसा इसलिए है क्योंकि जीवन के इस फेज ने मुझे और अधिक मजबूत बना दिया है।
यामी ने कहा कि उन्होंने अपने उतार-चढ़ाव से बहुत कुछ सीखा है।
हिमाचल प्रदेश में जन्मी अभिनेत्री ने जीवन का आभार जताते हुए कहा, इसने मुझे धैर्य रखने में मदद की। इसने मुझे अपनी प्रतिभा पर विश्वास रखने में मदद की, इसलिए मेरे पास जो कुछ भी है उसके लिए मैं बहुत आभारी हूं।
वह अपने फैंस (प्रशंसकों) को पर्दे पर विभिन्न भूमिकाओं के साथ आश्चर्यचकित करना चाहती हैं।
यामी ने कहा, यात्रा अभी भी जारी है और एक अभिनेत्री के रूप में तलाशने के लिए बहुत कुछ है। अभी तक कई कहानियों और शैलियों का पता लगाना बाकी है। बहुत सारे फिल्म निर्माता और लेखक हैं, जिनके साथ मैं काम करना चाहती हूं।
बाला जैसी फिल्म का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी कई भूमिकाएं निभानी हैं, जो उनके प्रशंसकों को आश्चर्यचकित कर दें।
यामी ने कहा कि दर्शकों को उनसे कॉमिक फिल्मों की उम्मीद नहीं थी। इसी प्रकार से वह ऐसे चरित्रों को पर्दें पर निभाना पसंद करेंगी, जो प्रशंसकों को हैरान कर दें।
उन्होंने कहा, जब तक मुझ से हो सकेगा मैं आश्चर्य बरकरार रखना पसंद करूंगी।
गौरतलब है कि कोरोनावायरस महामारी की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के बीच यामी अकेले मुंबई में हैं और उनका परिवार उनके गृह राज्य में है।
उन्होंने कहा, लॉकडाउन को काफी समय हो चुका है और ऐसे में मुझे अपने परिवार की सबसे ज्यादा याद आ रही है। मैं एक आउटगोइंग व्यक्ति नहीं हूं, इसलिए मैं इतना संघर्ष नहीं कर रही हूं।