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मनरेगा बना ग्रामीण अर्थव्यवस्था का लाईफ-लाईन

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अंबिकापुर से शेखर गुप्ता की रिपोर्ट
अम्बिकापुर।
लॉकडाउन संकटकाल में ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने एवं उनकी आर्थिक मजबूत करने में मनरेगा गामीण अर्थ व्यवस्था के लिए लाईफ-लाईन बन गया है। सरगुजा जिले में प्रतिदिन 1 लाख से अधिक मजदूरों को मनरेगा में काम मिल रहा है। मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों को मजदूरी राशि का भुगतान कार्यस्थल पर ही बैंक सखी के माध्यम से किया जा रहा है। मजदूर कार्यस्थल पर कोविड 19 के निर्देशों का पालन करते हुए मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंस के साथ अपना कार्य कर रहे हैं।
जिले के सभी जनपद पंचायत के 420 ग्राम पंचायत में 1 हजार 686 कार्य प्रगति पर है जिसमें 1 लाख 39 हजार मजदूर मनरेगा के कार्यों में लगे हुए हैं। जल संवर्धन के कार्यों जैसे डबरी निर्माण, तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, कुंआ निर्माण के कार्यों को प्राथमिकता से किया जा रहा है ताकि वर्षा ऋतु के आगमन से पहले जल संवर्धन से संबंधित विकास कार्य पूर्ण हो जाये।