रायपुर। छत्तीसगढ़ में अब राशनकार्डधारकों के अलावा उन प्रवासियों को भी खाद्यान्न मिलेगा जिनके पास राशनकार्ड नहीं है। यह योजना मई और जून के लिए लागू किया गया है, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिमाह 5 किलो चावल व प्रति राशनकार्ड प्रतिमाह एक किलो चना दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस योजना के क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी कर दिया है। आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत सभी प्रवासी व्यक्तियों और श्रमिकों को राशन दुकानों से नि:शुल्क चावल व चने का वितरण किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने निर्देश जारी कर दिए हैं। इसमें 30 जून तक अनिवार्य रूप से वितरण करने के लिए कहा गया है। यह योजना मई और जून के लिए संचालित है। योजना में प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो चावल व प्रति राशनकार्ड प्रतिमाह एक किलो चना दिया जाएगा। खाद्यान्न प्राप्त करने के लिए प्रवासी श्रमिकों और व्यक्तियों का खाद्य विभाग की वेबसाइट में ऑनलाइन पंजीयन कराना होगा। जिला प्रशासन के माध्यम से करवा सकते हैं। इस योजना के तहत पहचान के लिए आधार नंबर नहीं होने पर मतदाता परिचय पत्र, पैन कार्ड, किसान फ ोटो पासबुक या राज्य शासन, जिला प्रशासन की ओर से जारी फ ोटो पहचान पत्र मान्य होंगे। योजना के तहत अन्य राज्यों से वापस आए प्रवासी व्यक्तियों व श्रमिकों, जिनके पास राशनकार्ड नही है, उन्हें निशुल्क राशन दिया जाएगा। 3 जून तक 16482 परिवारों के 39244 सदस्यों का पंजीयन किया जा चुका है। आदेश में सभी जिला कलेक्टरों को खाद्यान्न का वितरण निर्धारित समय सीमा 30 जून तक कराने और वितरण कार्य का निरंतर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।