58 लाख से अधिक यात्रियों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाया
नईदिल्ली। गृह मंत्रालय द्वारा विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी कामगारों, तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों, विद्यार्थियों और अन्य लोगों की विशेष ट्रेनों द्वारा आवाजाही के संबंध में जारी आदेश के क्रम में भारतीय रेलवे 1 मई, 2020 से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रहा है।
3 जून, 2020 तक देश भर में विभिन्न राज्यों से कुल 4,197 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा चुका है। सुबह 09.00 बजे तक 81 ट्रेनें संचालन में थीं। अभी तक 34 दिनों में श्रमिक ट्रेनों के माध्यम से 58 लाख से ज्यादा प्रवासियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा चुका है।
ये 4,197 ट्रेनें विभिन्न राज्यों से रवाना हुईं। शीर्ष 5 राज्य इस प्रकार हैं, जहां से सबसे ज्यादा ट्रेनें रवाना हुईं- गुजरात (1026 ट्रेन), महाराष्ट्र (802 ट्रेन), पंजाब (416 ट्रेन), उत्तर प्रदेश (294 ट्रेन) और बिहार (294 ट्रेन)।
इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का देश के विभिन्न राज्यों में जाकर परिचालन समाप्त हुआ। शीर्ष पांच राज्य इस प्रकार हैं, जहां सबसे ज्यादा ट्रेनों का परिचालन समाप्त हुआ- उत्तर प्रदेश (1682 ट्रेन), बिहार (1495 ट्रेन), झारखंड (197 ट्रेन), ओडिशा (187 ट्रेन), पश्चिम बंगाल (156 ट्रेन)।
गौरतलब है कि संचालित ट्रेनों को किसी प्रकार के अवरोध का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अलावा रेलवे द्वारा नई दिल्ली से जोडऩे वाली 15 जोड़ी विशेष राजधानी जैसी ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है और 1 जून से 200 अतिरिक्त समय सारणीबद्ध ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है।