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राम वनगमन पथ के तहत रामगढ़ और महेशपुर में विकसित की जाएंगी पर्यटन सुविधाएं

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कलेक्टर संजीव कुमार झा ने रामगढ़ और महेशपुर का भ्रमण कर अधिकारियों को दिए निर्देश
अम्बिकापुर से शेखर गुप्ता की रिपोर्ट
अम्बिकापुर।
कलेक्टर संजीव कुमार झा ने जिले के अधिकारियों के साथ आज सरगुजा जिले के ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक स्थल उदयपुर विकासखण्ड स्थित रामगढ़ एवं महेशपुर का भ्रमण कर निरीक्षण किया। उन्होंने रामगढ़ स्थित सीताबेंगरा तथा इन्टरप्रिटेशन सेन्टर का आवलोकन किया।इसके साथ ही महेशपुर के पुरातात्विक स्थल का भी आवलोकन किया। कलेक्टर ने राज्य शासन के मंशानुरूप राम वनगमन पथ को साकार करने के लिए वहां पर्यटन सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए। रामगढ़ एवं महेशपुर में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कौन-कौन सी सुविधाएं विकसित किए जाएं इसके लिए स्थानीय ग्रामीणों से चर्चा किया एवं अधिकारियों को एक योजनाबद्ध प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री झा ने रामगढ़ की खूबसूरत वादियों को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने के लिए वहां सायकल ट्रेकिंग, लाइट एण्ड साण्उड, कैफेटेरिया,पगोड़ा निर्माण, रामगढ़ की पहाड़ी पर जाने के लिए रोप-वे के लिए भी आवश्यक प्रस्ताव तैयार करने अधिकारियों को निर्देश किया। इसके साथ ही रामगढ़ के पहाड़ी पर स्थित मंदिर तक जाने के लिए सड़क तथा वहां पर पेयजल की आपूर्ति, बिजली की पुख्ता व्यवस्था के लिए सोलर प्लांट के अतिरिक्त विद्युत विभाग से बिजली की व्यवस्था हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
दिए इसके साथ उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा राम वनगमन पथ के तहत प्रथमचरण में सरगुजा जिले को भी शामिल किया गया है। रामगढ़ भगवान राम एवं महाकवि कालिदास से सम्बधित होने के कारण शोध का केन्द्र बना हुआ है। प्राचीन मान्यता के अनुसार भगवान राम पत्नी सीता तथा भाई लक्ष्मण के साथ वनवास काल में कुछ समय रामगढ़ की पहाडी में बिताए थे। यहीं पर राम के तापस वेश के कारण जोगीमारा, सीता के नाम पर सीता बेंगरा एवं लक्ष्मण के नाम पर लक्ष्मण गुफा स्थित है। रामगढ़ से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित महेशपुर की मान्यता है कि यह वनस्थली महर्षि जमदग्नि की तपोभूमि थी। वनवास के दौरान भगवान राम महर्षि जमदग्नि के आश्रम आए थे। इसी प्रकार मान्यता है कि महाकवि कालिदास ने मेघदूतम की रचना रामगढ़ की पहाड़ी पर की थी।
इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुलदीप शर्मा, वनमण्डलाधिकारी पंकज कमल, एसडीएम उदयपुर प्रदीप कुमार साहू, जनपद सीईओ पारस पैंकरा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।