रायपुर। देशभर में जारी कोरोना संकट के बीच चल रहे श्रमिक स्पेशल टे्रन से प्रवासी मजदूरों का आवागमन जारी है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के श्रमिक जो कि दूसरे राज्यों में फंस गए थे, उन्हें लेकर कल दो स्पेशल टे्रन राजधानी रायपुर पहुंची थी। इन टे्रनों में कुल 888 यात्री छत्तीसगढ़ वापस लौट आए हैं। इधर प्रवासी मजदूरों के साथ ही कोरोना संक्रमण का खतरा भी कई गुना बढ़ गया है।
सूत्रों ने बताया कि बैंगलोर से रवाना हुई श्रमिक स्पेशल टे्रन में बस्तर जिले के 86 मजदूरों के साथ ही राजधानी रायपुर के 26, गरियाबंद के 33, कांकेर के 36, कोंडागांव के 14, बीजापुर 1,धमतरी के 8, उड़ीसा 1, दंतेवाड़ा 3, नारायणपुर 3 और महासमुंद के 8 श्रमिक रायपुर पहुंचे। बाहर से छत्तीसगढ़ लौटे सभी श्रमिकों को सामाजिक दूरी का पालन कराते हुए उनकी जांच की गई औरर सभी को विशेष बसों से उनके जिलों के क्वारंटाइन सेंटरों के लिए रवाना किया गया है। राज्य सरकार ने भी स्पष्ट कर दिया है कि बाहर से आने वाले सभी श्रमिकों को 14 दिन अनिवार्य रूप से सामाजिक दूरी का पालन करते हुए क्वारंटाईन में रहना होगा, इसके बाद उनकी पुन: जांच होगी और सब कुछ सामान्य रहने पर ही उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाएगी। इधर प्रवासी मजदूरों के छत्तीसगढ़ लौटने के साथ ही प्रदेश में अचानक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या भी बढऩे लगी है। विशेषज्ञों ने पहले ही यह आशंका जता दी थी कि प्रवासी मजदूरों की वापसी के साथ ही कोरोना पीडि़त मरीजों की संख्या भी बढ़ेगी। इसके लिए विशेष तौर पर तैयारी करने कहा गया था। वर्तमान में यह बात सच साबित हो रही है। अधिकांश कोरोना पीडि़त मरीज प्रवासी मजदूर ही हैं जो अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं।